पेयजल समस्या उत्तराखंड में अपना कहर बरपा रही है। गाँव के हर कोने में नॉल धारे सूखने से लोग दूर नदी नालों से पानी लाने को मजबूर हैं। बंगापानी तहसील के बरम में भूस्खलन के साथ गिरे भारी बोल्डरों में दबने से एक छात्र की मौत हो गई। घटना इतनी दर्दनाक है कि छात्र के शरीर के कई हिस्से अलग हो गए। दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह जेसीबी से शव को बाहर निकाला जा सका। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है। किशोर 12 वीं कक्षा का छात्र था। मुनस्यारी के पातों निवासी दुर्गेश सिंह कर्तवाल 17 पुत्र पान सिंह कर्तवाल हाल निवासी बरम बुधवार सुबह पांच बजे अपने साथी अर्जुन के साथ पानी भरने घर के नजदीक गोसीगाड़ गया था। इसी अचानक बिना बारिश के पहाड़ी से भूस्खलन हुआ और विशालकाय पत्थर गिर गया। जिसकी चपेट में आने से दुर्गेश भारी पत्थर के नीचे दब गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। गनीमत रही कि साथी अर्जुन किसी तरह वहां से बच निकला। उसने घर पहुंचकर घटना की सूचना परिजनों को दी। उन्होंने राजस्व विभाग तक घटना की जानकारी पहुंचाई और घटनास्थल पहुंचे। लेकिन विशालकाय बोल्डरों के नीचे दबे दुर्गेश को नहीं निकाल सके। कुछ देर बाद राजस्व उपनिरीक्षक जीनत अंसारी ने मौके पर पहुंचकर बोल्डर हटाने के लिए बीआरओ की जेसीबी का प्रबंध किया। दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह बोल्डर हटाकर शव को बाहर निकाला जा सका। राजस्व टीम ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। धारचूला सीएचसी के चिकित्सकों ने बरम पहुंचकर आयुर्वेदिक अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया। दुर्गेश 12वीं कक्षा का छात्र था और जीआईसी पिथौरागढ़ में पढ़ रहा था।
लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -
👉 वॉट्स्ऐप पर हमारे समाचार ग्रुप से जुड़ें