मातृ भूमि का सम्मान करना सिखाता है एनएसएस

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राष्ट्रीय सेवा योजना के 53वें स्थापना दिवस के अवसर पर ग्राफिक एरा भीमताल में कार्यक्रम आयोजित किये गये। कार्यक्रम में स्वयंसेवियों द्वारा सांस्कृतिक एवं खेल का आयोजन किया गया। इससे पहले कार्यक्रम का सुभारम्भ परिसर निदेशक प्रो० (डॉ०) एम०सी० लोहानी, कर्नल ए०एन० सोनी (RRO) कार्यक्रम अधिकारी डॉ० संदीप कुमार बुधानी श्री सुनील वात्सयायन. पल्लवी वात्सयायन एवं प्रो0 राजेन्द्र विष्ट द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया। अपने संबोधन में प्रो० लोहानी ने सभी को स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा कि एक सच्चा स्वयसेवक वह है, जो अपने जीवन में सामाजिक कर्तव्यों का निर्वहन करना जाने कार्यक्रम अधिकारी डॉ० बुधानी ने स्वयसेवकों द्वारा किये गये कार्यों की समीक्षा प्रस्तुत करते हुए बताया कि रा०से०यो० का उद्देश्य व्यक्ति के सर्वागीण विकास से है और सर्वांगीण विकास के लिए चरित्र निर्माण करना होगा तथा चरित्र निर्माण हेतु व्यक्ति को अनुशासन सीखना पड़ेगा। डॉ० बुधानी ने स्वामी विवेकानन्द जी का उदाहरण देकर स्वयंसेवकों से आग्रह किया कि वे जीवन में कितने ही बड़े पद पर पहुँचें परन्तु अपने प्रदेश, अपने देश, अपनी भाषा पर गर्व करें, यही हमारी मातृभूमि का सबसे बड़ा सम्मान होगा। मुख्यातिथि श्री सुनील वात्सयायन द्वारा एक कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसका मुख्य विषय “साफ-सफाई में युवाओं की भागीदारी” था सभी स्वयंसेवकों ने कार्यशाला में बढ़ चढ़कर भाग लिया।

कार्यक्रम के अंत में स्वयंसेवकों को प्रमाणपत्र वितरित किये गये। कार्यक्रम को सफल बनाने में श्री संजय कर्नाटक श्री गोपाल सिंह खाती, श्री कमलेश कुमार, श्री गिरीश पर श्री विक्रम सहित आयुष आर्या, अंजलि अरोरा, शिवम शाह, जतिन भारद्वाज, मपक मेवाड़ी, मयंक जोशी का सहयोग रहा। कार्यक्रम का सफल संचालन शौर्या तिवारी एवं उत्कर्ष अग्रवाल द्वारा किया गया।

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