-पौराणिक काल से बना है सुभाष धारा वाटर फॉल
-सरकार की अनेदखी से पर्यटकों को नही दिखता वाटर फॉल
भवाली। सरकारी तंत्र पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लाख दावे करें पर हकीकत कुछ और ही है। आज भी जिले के कई दर्शनीय स्थल पर्यटकों की आंख से मानो ओझल से हैं। उन्हीं में से एक सातताल का सुभाष धारा झरना भी शामिल है।
मुख्यालय धौलछीना से लगभग 22 किलोमीटर की दूरी पर एक ऐसा खूबसूरत झरना है, जिसके बारे में काफी कम लोग जानते हैं। यह झरना भीमताल ब्लॉक के सातताल में मोटर मार्ग से करीब 1 किमी नीचे जंगल क्षेत्र में मौजूद है। बीच में कुछ बड़े चट्टानों की वजह से यह झरना सड़क से नहीं दिखाई देता है। सड़क से नदी किनारे चलते हुए लगभग 20 मिनट में इस झरने तक पहुंचा जा सकता है। लगभग 30 फीट ऊंचाई से गिरने वाला सुभाष धारा वाटर फॉल सौंदर्य का अनुपम झटा बिखेरता है। हालांकि स्थानीय लोग नहाने के लिए आते हैं। स्थानीय कैंप में आये पर्यटकों को लोग यहां का दीदार कराने लाते हैं। ब्लॉगर यहां का वीडियो बनाकर यूट्यूब पर डालते है। जो लोगो को लुभाने का प्रयास कर रहा है।
झरने तक पहुंचने का नहीं है पक्का मार्ग
झरने तक पहुंचने के लिए पक्का मार्ग नहीं होने से आज तक यह क्षेत्र पर्यटकों की नजरों से ओझल और गुमनाम रहा है। सातताल के व्यापारी प्रियांशु, पंकज कुमार ने बताया कि स्थानीय लोग अक्सर गर्मियों में इस पर नहाने तथा पिकनिक मनाने पहुंचते हैं। लेकिन पर्यटकों की नजर से यह स्थल अनदेखा ही है। रास्ते का निर्माण कराएं तो यह विकसित हो सकता है।
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