सोशल मीडिया पर सामने आई टिप्पणी के बाद पालिका, राजस्व विभाग और वन विभाग की टीम ने एक धार्मिक स्थल का निरीक्षण किया। पालिका ईओ सुधीर कुमार ने बताया कि नक्शे के अनुसार स्थल पर किसी प्रकार का अतिक्रमण नहीं पाया गया। पटवारी राकेश कठायत ने भी भूमि की स्थिति सही पाई जाने की पुष्टि की।
वन दरोगा सूरज सिंह बिष्ट ने बताया कि धार्मिक स्थल को वन विभाग की ओर से पूर्व में 5,016 वर्ग फीट भूमि लीज पर दी गई थी, जिसकी अवधि अब समाप्त हो चुकी है। पालिका के दस्तावेजों के अनुसार कुल 44 नाली भूमि दर्ज है, जो भौगोलिक जांच में भी सही पाई गई। उन्होंने कहा कि मामले की जांच आगे भी जारी रहेगी।
धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप: नगर में बुधवार को समुदाय विशेष के लोगों ने कोतवाली पहुंचकर सोशल मीडिया पर धार्मिक स्थल को लेकर कथित आपत्तिजनक टिप्पणियों के खिलाफ तहरीर दी। लोगों का कहना है कि कुछ इंफ्लूएंसर की ओर से ऐसे वीडियो और पोस्ट साझा किए गए हैं, जिनका उद्देश्य धार्मिक भावनाओं को आहत करना है। कहा आपसी भाईचारे को खत्म करने के उद्देश्य से ऐसे वीडियो बना कर वायरल किया गया है। इस दौरान नवाब हुसैन, फैज रहमान, फैजान, समीर, अफसर, हासिम आदि मौजूद रहे।
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