भवाली। उत्तरवाहिनी शिप्रा नदी को स्वच्छ बनाए रखने के प्रयासों के बावजूद उसमें कचरा फेंका जा रहा है। प्रशासन की ओर से ठोस कार्रवाई न होने से हालात बिगड़ते जा रहे हैं। समाजसेवी हेमंत सिंह गोनिया ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने बताया कि भवाली से खैरना तक नदी के किनारे अवैध कब्जे कर होटल और घर बनाए गए हैं, जिससे नदी प्रदूषित हो रही है। भारत सरकार के नियमों के अनुसार, नदी से 150 मीटर की दूरी पर निर्माण प्रतिबंधित है, लेकिन संबंधित विभाग सिर्फ जुर्माना लगाकर मामले को टाल रहे हैं। समाजसेवियों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई कर नदी को बचाने की मांग की है। पत्र पर गोविंद बल्लभ भट्ट, कविता बिष्ट, अमित राणा, रूपा अधिकारी, गुंजन बोरा, सुनीता नगदली, हेमंत नोला, महेंद्र क्वीरा, प्रेमा राणा, डॉ. विजेंद्र बिष्ट, सुरेंद्र नगदली, अनिता नोला, नीमा क्वीरा आदि के हस्ताक्षर हैं।

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