उत्तराखंड की दो महिला ग्राम प्रधान स्वच्छ सुजल शक्ति सम्मान के लिए चुनी गई हैं। इनमें देहरादून जिले की निकिता चौहान और बागेश्वर की कविता देवी शामिल हैं। दोनों को अपने गांवों को खुले में शौच से मुक्त करने के लिए यह सम्मान दिया गया है। चार मार्च को राष्ट्रपति दौपद्री मुर्मू नई दिल्ली में इन्हें सम्मानित करेंगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने जल शक्ति मंत्रालय की तरफ से इस सम्मान के लिए चयनित होने पर दोनों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की महिला ग्राम प्रधानों को यह सम्मान मिलना प्रदेशवासियों विशेषकर यहां की महिलाओं के लिए गौरव का विषय है। यह सम्मान उत्तराखंड में जमीनी स्तर पर महिला नेतृत्व के असाधारण योगदान का सम्मान है। बागेश्वर जिले के गरुड़ ब्लाक के पुरड़ा गांव की प्रधान कविता देवी और देहरादून के कालसी ब्लॉक के जोशी गौथान गांव की प्रधान निकिता चौहान को अपने गांवों को ओडीएफ (खुले में शौच से मुक्त) प्लस मॉडल बनाने की दिशा में उत्कृष्ट काम करने के लिए यह पुरस्कार दिया गया है।
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