घोड़ाखाल मंदिर गोल्ज्यू के जयकारों से रहा गुंजायमान

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-गोल्ज्यू देवता का किया दुग्धाभिषेक

-26 सौ लीटर दूध की बनाई खीर

-हजारो भक्तो ने किए गोल्ज्यू के दर्शन

भवाली। घोड़ाखाल गोल्ज्यू मंदिर में कोरोना महामारी के बाद दो साल बाद भव्य भंडारे का आयोजन किया गया। गोल्ज्यू देवता को दुग्धाभिषेक के बाद खीर का प्रसाद वितरण किया गया। पंडितों ने विधि विधान से पूजा अर्चना कर दुग्धाभिषेक किया। मंदिर में सुंदरकांड पाठ के साथ महिलाओ ने भजन कीर्तन से मन मोहा। गोल्ज्यू के जयकारों से मंदिर सुबह से शाम तक गुंजायमान रहा। पाँच हजार से अधिक भक्तों ने गोल्ज्यू के दर्शन कर प्रसाद पाया। विधायक सरिता आर्य भी गोल्ज्यू के दर्शनों के लिए मंदिर पहुँची। समाज देश की सुख शांति के लिए प्राथना की। भक्त रमेश पलड़िया ने अपनी टीम के साथ सुंदर भजनों से समा बांधा। जीबीपन्त इंटर कॉलेज के एनसीसी के छात्रों ने सेवा देकर लोगो को लंबी कतार में लगाकर दर्शन कराए। हल्द्वानी, नैनीताल, भीमताल, अल्मोड़ा से भी आकर भक्तो ने दर्शन किए।
मंदिर पुजारी राम रमेश चन्द्र जोशी ने बताया कि हर वर्ष गोल्ज्यू को देवता को दूध चढ़ाया जाता है। दूधाधारी होने के कारण उन्हें वर्षो से दूध चढ़ाने की परंपरा चली आ रही है। श्रद्धालु दूर दराज से दूध चढ़ाने आते हैं। 26 सौ लीटर दूध की खीर बनाकर प्रसाद वितरण किया गया। इस दौरान भगवत जोशी, दिनेश पाण्डे, गिरीश जोशी, जगदीश सुयाल, कैलाश सुयाल, कैलाश पाण्डे, मनोज जोशी, गणेश जोशी, पुष्पेश पाण्डे, भैरव लोशाली आदि भक्त रहे।

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