जम्मू कश्मीर से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां स्वतंत्रता दिवस से चार दिन पहले आतंकियों ने उरी जैसे हमले को अंजाम देने की कोशिश की। जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में बुधवार देर रात दो आतंकियों ने सेना के एक शिविर पर फिदायीन हमला किया। हमले में हरियाणा के दो लाल समेत सेना के चार जवान शहीद हो गए। दो अन्य घायल हो गए। सेना ने दोनों आतंकियों को मार गिराया।पुलिस महानिदेशक के मुताबिक हमलावर जैश-ए-मोहम्मद के दोनों आतंकियों को जवानों नेढेर कर दिया। इसके बाद सेना और एसओजी ने तलाशी अभियान चलाया। सुरक्षाबलों के मुताबिक, दोनों आतंकी घातक स्टील बुलेट वाली गोलियों से लैस थे। यह बुलेट प्रूफ जैकेट को भी पार करने में सक्षम होती हैं। जम्मू के एडीजीपी के मुताबिक राजौरी से 25 किलोमीटर दूर नियंत्रण रेखा से सटे दरहाल सेक्टर के परगाल इलाके में हमला किया गया। अत्याधुनिक हथियारों से लैस आतंकी बुधवार देर रात करीब दो बजे 11 राज राइफल्स शिविर की सात फीट ऊंची बाड़ के करीब आ गए थे। वहीं से एक संतरी चौकी पर ग्रेनेड फेंका। इसमें एक संतरी की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। इसमें राजस्थान के झुंझुनूं निवासी सूबेदार राजेंद्र प्रसाद, तमिलनाडु के मदुरै निवासी राइफलमैन डी लक्ष्मणन, फरीदाबाद के राइफलमैन मनोज कुमार और हिसार के निशांत मलिक शहीद हो गए। घायलों में एक अधिकारी भी हैं।
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