भवाली। महिला कांग्रेस जिलाध्यक्ष खष्टी बिष्ट ने बयान जारी कर कहा कि महिला पत्रकारों का अपमान हर भारतीय महिला का अपमान है। प्रधानमंत्री जहां महिलाओं को सम्मान देने की बड़ी-बड़ी बातें गड़ते हैं, वही उनका नजरिया साफ हो गया है कि यह देश की मातृ शक्ति को कितना सम्मान देते हैं, चाहे कितनी भी योजनाएं और कितने ही नारे बनवा लो सब ढकोसले नजर आते हैं। इनकी कथनी और करनी में इस तरह साफ अंतर दिखाई देता है। कहा कि एक हफ्ते के लिए भारत दौरे पर आए मुत्ताकी को आलोचना का शिकार होना पड़ा । जब उन्होंने प्रेस वार्ता में किसी भी महिला पत्रकार की एंट्री पर रोक लगा दी थी। मुत्ताकी के इस कदम की पत्रकारों, विपक्षी नेताओं और महिला अधिकारों के पैरोकारों ने घोर निंदा की थी। भूराजनीति का अनोखा गठजोड़ बनाने की फिराक में मोदी जी ने दुनिया की आधीआबादी का घोर अपमान किया है। जो नारी को बराबरी का अधिकार ही नहीं दे सकते है उन से और क्या उम्मीद की जा सकती है, आगे कहा कि सनातन का खोखला दिखावा करने वाले देश में महिलाओं को इस तरह अपमानित कैसे कर सकते हैं।
यह देश की पत्रकार बेटियों का अपमान नहीं बल्कि देश की महिलाओं का अपमान है।
जहां एक ओर 21वीं सदी में देश की बेटियां खुले आसमान में अपनी उड़ने भर रही हैं
वही अफगानिस्तान के विदेश मंत्री के लिए हमारे देश की महिलाओं के प्रति इस तरह की धारणा निराशाजनक है।
इस मामले पर सत्ता की चुप्पी नारी शक्ति के सम्मान दिखावा मात्र है। देश में इस तरह की भेदभाव पूर्ण नीति स्वीकार्य नहीं है। या सत्ता पक्ष के दृष्टीकोण में महिलाएँ सिर्फ़ वोट बैंक हैं।
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