भवाली। एडिडास रनर दिल्ली के 40 धावकों का एक समूह दिल्ली और गुडगाँव से भवाली में आया है। उन्होंने आज भवाली से मुक्तेश्वर तक की पैदल यात्रा जंगलो के रास्तो से होते हुए तय की।
इस समूह में 15 वर्ष की आयु से लेकर 60 वर्ष तक के सदस्य हैं। इन्होंने यह 30 किलोमीटर की दूरी लगभग 12 घंटे में तय की। समूह दुगई एस्टेट से प्रातः 6 बजे प्रारम्भ होकर 6 बजे सायँ वाया कुलेटी (भवाली), गागर, मल्ला रामगढ़, नावली, लॉस ज्ञानी, भलाड़, नथुआख़ान, ओड़खान, शीतला होते हुए मुक्तेश्वर पहुँचा।
इनका मुख्य उद्देश्य उत्तम स्वास्थ्य के प्रति समाज के सभी वर्गो में जागरूकता लाना एवं उत्तराखंड के पारंपरिक पैदल मार्गों (पगडंडियों) को जीवंत बनाये रखने का है। कप्तान ज्योति कुमार और श्रीमती आमना ने बताया, “एआर दिल्ली का प्रयास रहता है कि दौड़ने और अन्य शारीरिक व्यायाम के साथ-साथ इस प्रकार के कार्यक्रम भी किये जाएँ जिससे लोगों में स्वास्थ्य के प्रति उत्साह बना रहता है।” इस ट्रेक में सरकारी अधिकारी, सैन्य अधिकारी, निजी क्षेत्रों के उद्यमी व कुछ विद्यार्थी वर्ग के धावक भी सम्मिलित थे। यद्यपि 12 घण्टे की इस यात्रा के बाद ये सभी बहुत थक गये थे, परंतु trek के ऊँचे नीचे रास्तों को सफलता पूर्वक तय करने का रोमांच इनके चेहरों पर साफ़ दिख रहा था।
इस ग्रुप के एक अन्य सदस्य श्री रमेश नेगी ने बताया, “हमारे इस रनिंग ग्रुप की यह विशेषता है कि यहाँ पर दौड़ने सम्बन्धी सभी प्रशिक्षण निशुल्क दिए जाते है और इस रनिंग ग्रुप में 15 से 75 वर्ष तक के व्यक्ति मौजूद है जो नियमित तौर पर दौड़ लगाते हैं।”
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