बिंदु खत्ता राजस्व ग्राम की प्रक्रिया को समझाने के लिए एक दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम। बिंदुखत्ता में राजस्व ग्राम बनने की प्रक्रिया के अंतर्गत स्थानीय निवासियों की एक सामान्य बैठक का आयोजन किया गया और वहां वन अधिकार नियमों की जनता को समझाने के लिए एक दिवसी प्रशिक्षण शिविर का आयोजन भी किया गय वन पंचायत संघर्ष मोर्चा के संस्थापक व प्रशिक्षक तरुण जोशी द्वारा बिंदुखत्ता निवासियों को राजस्व ग्राम के दावों को पेश करने में आ रही तकनीकी परेशानियों को दूर करने के लिए वन अधिकार नियम की बारीकियो के बारे में विस्तार से जानकारी दी उन्होंने कहा कि लंबे संघर्ष के बाद वन अधिकार नियम बहुत ही सरल अवस्था में आ गया है आज रिजर्व फॉरेस्ट मैं पुराने समय से रह रहे लोगों को भी इसके अंतर्गत अपने दावे पेश करने का अधिकार मिला है उनका कहना है कि हर स्थिति में अपना संयम बरतकर वन अधिकार नियम की बारिकियो को समझ कर अपेक्षित पत्रावली को जमा करना जरूरी है जिससे उनका दावा पुख्ता हो सके उन्होंने कहा कि हालांकि यह प्रक्रिया बहुत लंबी है लेकिन क्षेत्रवासियों को इसमें शीघ्र अपने दावों को पेश कर देना बहुत जरूरी है उनका कहना था कि वन अधिकार नियम के अंतर्गत ग्राम वन व्यवस्था कमेटी की भूमिका भी बहुत महत्वपूर्ण है उन्होंने कहा कि जब किसी वन क्षेत्र से जहां लोग निवास करते हैं कोई भी विकास कार्य होगा तो ग्राम समिति की संस्तुति के बिना वह कार्य नहीं हो सकता ग्राम समिति को बहुत पावर दी गई है इस अवसर पर वन अधिकार मंच के गोपाल लोधीयाल भुवन चंद्र भट्ट श्याम सिंह रावत डॉ चंद्र सिंह राम सिंह दीपक जोशी देवेंद्र बिष्ट रमेश चंदोला रमेश गोस्वामी उमेश भट्ट कुंदन चौपाल पूरन बिष्ट रमेश कुनियाल बलवंत खोलिया खोलिया प्रकाश आर्य गोविंद सिंह सामंत भास्कर पांडे सोहन जीना प्रदीप गिरी मनीष बोरा संजय जोशी कृपाल सिंह प्रमोद कोश्यारी सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे
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