आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी को भगवान विष्णु चार माह के लिये क्षीर सागर में विश्राम हेतु प्रस्थान करेंगे । सनातन धर्म में इस एकादशी को हरिशयन एकादशी , पद्मा एकादशी , महाएकादशी आदि नामों से जाना जाता है । चातुर्मास्य के नियम भी इस एकादशी से प्रारम्भ हो जायेंगे । रविवार 10 जुलाई को हरिशयन एकादशी मनाई जाएगी । भगवान विष्णु कार्तिक मास की देवउठनी एकादशी को पुनः अपनी सत्ता ग्रहण करेंगे । इन चार माह में विवाह , मुंडन , जनेऊ आदि मांगलिक कार्यों पर विराम रहेगा । एकादशी तिथि 9 जुलाई को शाम 4 बजकर 39 मिनट से प्रारम्भ होकर अगले दिन रविवार दोपहर 2 बजकर 14 मिनट तक रहेगी । 10 जुलाई को उदया तिथि होने के कारण हरिशयन एकादशी मनाना उचित रहेगा ।
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