इसे डर कहे या जिंदगी जीने समाज से डरने का नाम दे कुछ समझ नही आता। फैल होने पर जान दे देना कोई समाधान नहो हो सकता। उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा में फैल होने पर दो छात्रों ने अपनी जान दे दी। कपकोट में अपने मामा के घर आए कक्षा 12वीं के छात्र ने पास के जंगल में फांसी लगाकर जान दी। वहीं पिथौरागढ़ के बलुवाकोट में दसवीं की परीक्षा में फेल होने पर छात्र ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली। छात्रों की मौत की खबर से लोग स्तब्ध रह गए।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार बोरबलड़ा निवासी 17 वर्षीय मनोज दानू पुत्र हीरा सिंह दानू ने इस बार हल्द्वानी के एचएन इंटर कॉलेज से 12वीं की परीक्षा दी थी। वह इन दिनों यहां उगिंया धूर निवासी अपने मामा प्रकाश सिंह दानू के घर आया था। सोमवार को इंटरमीडिएट परीक्षा के नतीजे घोषित में वह असफल हो गया। मंगलवार सुबह किसी समय वह जंगल की ओर चला गया। घर से कुछ मीटर दूरी पर एक पेड़ उसका शव लटका मिला।उधर धारचूला के बलुवाकोट में मंगलवार को बिन्यागांव ढुंगातोली निवासी नितेश पुत्र मनोज सिंह ने जहरीला पदार्थ का सेवन कर लिया। परिजन छात्र को सीएचसी लेकर पहुंचे। यहां उसकी मौत हो गई। छात्र की मौत से उनके परिजनों में कोहराम मच गया है।
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