पिथौरागढ़। दो अलग-अलग घटनाओं ने पटियाल और चौसाली परिवार को एक के बाद एक दो गहरे जख्म दिए हैं। पहले गुरुवार को भाई की मौत हो गई। भाई की मौत से बदहवास बड़ी बहन उसके शव को अंतिम बार देखने घर से निकली, लेकिन वह भी सड़क हादसे का शिकार हो गई।
बुंगाछीना काणा का चौसाली परिवार कई वर्षों से मुरादाबाद में रहता है। शुक्रवार को एनएच 74 सितारगंज रोड पर थाना पुलभट्टा अंतर्गत शंकर फार्म के समीप हुए सड़क हादसे में जान गंवानी वाली सीमांत की ग्राम धनौडा पिथौरागढ़ निवासी बबीता अपने पति विजेंद्र पटियाल और अन्य लोगों के साथ मुरादाबाद अपने मायके जा रही थी। दरअसल गुरुवार रात मुरादाबाद में रहने वाले उनके भाई की मौत हो गई थी। भाई की मौत की जानकारी के बाद ही तड़के वह जिला मुख्यालय से निकली, ताकि भाई के अंतिम संस्कार में वह शामिल हो सके। लेकिन शायद नियति को कुछ और ही मंजूर था। बबीता अपने भाई को अंतिम बार देखने के लिए घर से तो निकली, लेकिन वहां तक नहीं पहुंच सकी।
रास्ते में हुए सड़क हादसे में बबीता की जान चली गई। बबीता के दो बच्चे पांच साल का एक लड़का और नर्सरी में पढ़ने वाली एक बेटी है। घटना के दौरान दो बच्चे यहां धनौडा स्थित घर पर परिजनों के साथ थे। वहीं बबीता नगर के एक निजी स्कूल में शिक्षिका थी। उसके पति विजेन्द्र पटियाल भी इसी स्कूल में कार्यरत हैं। हादसे की सूचना मिलने के बाद स्कूल में शोक की लहर है।
हादसे में सड़क दुर्घटना में घायल अशोक लाल शाह पुत्र रमेश शाह भी निजी स्कूल में ही बस चालक हैं। बताया जा रहा है कि लंबे रूट पर आवाजाही को देखते हुए विजेन्द्र पटियाल उन्हें अपने साथ लेकर गए थे।
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