भवाली। उत्तराखंड परिवहन निगम कर्मचारियों ने संयुक्त मोर्चा गठित कर आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी है।
निगम प्रबंधक ने 6 सितंबर 2022 को आदेश जारी कर उत्तराखंड परिवहन निगम में सभी सक्रिय संगठनों द्वारा निगम हित व कर्मचारी हितों में किए जाने वाले कार्यो पर शासन से अनुरोध कर एस्मा लगाया था। निगम मुख्यालय के आदेशों का सम्मान करत कोई भी धरना प्रदर्शन नही किये गए।
कर्मचारियों ने आरोप लगाया कि निगम प्रबंधक द्वारा एस्मा का बहाना बनाकर निगम तथा कर्मचारियों के हितों के विपरीत काम किये जा रहे थे। रॉयल्टी के आधार पर राष्ट्रीय कृत मार्गों को निजी हाथों में बेचने का प्रयास करा जा रहा है। परिवहन निगम में अनुबंधित बसों को मानकों से अधिक बस बेड़े में शामिल किया जा रहा है।अनुबंधित बसों में चालक परिचालक प्राइवेट ऑपरेटर के लिए जाने व पर्वती मार्गो पर अनुबंधित बसों के संचालन की अनुमति प्रदान करने व परिवहन निगम के ढांचे के अंतर्गत स्वीकृत पदों के सापेक्ष उपनल पीआरडी के माध्यम से कर्मियों की प्रतिपूर्ति करने व विधि विपरीत संगठनों के कार्यालय के कमरों को खाली कराए, पूर्व में कार्यरत कर्मचारियों को नियमित ना करने पर रोडवेज कर्मचारियों ने संयुक्त मोर्चा का गठन कर आंदोलन की रणनीति तैयार करी है। जिसको लेकर 7 जनवरी को शीश महल काठगोदाम में कुमाऊं व टनकपुर मंडल व देहरादून मंडल के कर्मचारी संयुक्त रूप से प्रदेश स्तरीय बैठक में मौजूद रहे।
जिसमें आगे के आंदोलन की रणनीति तैयार की गई।
कर्मचारी नेता एल डी पालीवाल ने कहा कि प्रांतीय कार्य समिति द्वारा भेजे गए पत्र के अनुसार 31 जनवरी से आंदोलन प्रारंभ किया जाएगा, पत्र में मोर्चे के सभी संयोजको द्वारा सहमति व्यक्त की गई है, उसी के अनुसार मंडल पर आंदोलन की तैयारी की जाएगी।
लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -
👉 वॉट्स्ऐप पर हमारे समाचार ग्रुप से जुड़ें

