पहाड़ का दर्द फिर सामने आया है, यहां संसाधनों के आभाव में प्रसूता बच्चे की जान चली गई। कड़ाके की सर्दी के बीच ओखलकांडा के जंगल में जुड़वा बच्चों को जन्म देने के बाद प्रसूता ने दम तोड़ दिया। कुछ देर बाद उसके एक नवजात बच्चे की भी मौत हो गई। प्रसव से दौरान प्रसूता जंगल के बीच से दो किलोमीटर की चढ़ाई चढ़कर सड़क तक आई थी।
नैनीताल जिले के ओखलाकांडा ब्लॉक के चमेाली गांव निवासी गर्भवती विमला चिलवाल (24) पत्नी देव सिंह चिलवाल गाजियाबाद से हाल ही में देखभाल व प्रसव के लिए अपने गांव लौटी थी। विमला को सोमवार सुबह करीब चार बजे अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हो गई।
विमला के ससुर हरक चिलवाल ने बताया कि उनका घर सड़क से दो किलोमीटर नीचे है। बहू को प्रसव पीड़ा होने पर उन्होंने 108 सेवा को फोन कर दिया। इसके बाद अपनी पत्नी की मदद से बहू को पैदल ही सड़क तक लाने लगे। पर चढ़ाई अधिक होने के कारण जंगल के रास्ते में ही बहू का प्रसव हो गया और उसने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया। सड़क पर पहुंचने पर एंबुलेंस कर्मियों ने जच्चा-बच्चा को ओखलकांडा स्थित अस्पताल पहुंचाया, जहां कुछ देर में बहू और एक बच्चे ने दम तोड़ दिया। जबकि, परिजनों ने एक नवजात को हल्द्वानी एसटीएच भर्ती कराया है।
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