एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां उत्तराखंड के गन्ना विकास एवं पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा की हत्या की साजिश रचने का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। इस षड्यंत्र में तांत्रिक समेत चार लोग शामिल हैं। मुख्य आरोपी ने तांत्रिक को साढ़े पांच लाख रुपये एडवांस दे डाले। इसके बाद आरोपी, मंत्री के आवास पर मंडराने लगे। समय रहते कैबिनेट मंत्री बहुगुणा को इसकी भनक लग गई व षड्यंत्रकारियों के खतरनाक मंसूबे विफल हो गए। मंत्री के सितारगंज प्रतिनिधि की तहरीर पर पुलिस ने चार आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
चार माह पहले हल्द्वानी जेल में बनाया प्लान कैबिनेट मंत्री की हत्या की साजिश चार महीने पूर्व हल्द्वानी जेल में रची गई थी। बताया जा रहा है कि सिडकुल क्षेत्र में सरकारी जमीन कब्जाने के आरोप में हीरा सिंह निवासी कोटा फार्म, सितारगंज के खिलाफ मुकदमा हुआ था। पुलिस ने हीरा सिंह को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया जहां से 13 अप्रैल को उसे हल्द्वानी जेल भेज दिया गया। हीरा सिंह अपनी गिरफ्तारी और खनन का कारोबार बंद होने के लिए कैबिनेट मंत्री बहुगुणा को जिम्मेदार मानता था। जेल में हीरा की मुलाकात बहेड़ी निवासी सतनाम सिंह से हुई थी। इसके बाद दोनों ने मंत्री को रास्ते से हटाने का षड्यंत्र रचा। जमानत पर छूटने के बाद ंप्लान के अनुसार, हीरा सिंह ने सतनाम के परिचित सितारगंज निवासी हरभजन सिंह से मुलाकात की। जिसने हीरा सिंह को किच्छा निवासी तांत्रिक मो.अजीज उर्फ गुड्डू से मिलवाया। हीरा सिंह ने कैबिनेट मंत्री को वश में करने या रास्ते से हटा देने के लिए तांत्रिक को एडवांस के तौर पर करीब 5.50 लाख रुपये भी दे दिये।
मंत्री आवास की रेकी भी की आरोपियों ने षड्यंत्र को अंजाम देने के लिए मंत्री के आवास की रेकी भी की। हीरा सिंह तीन दिन पहले एक स्थानीय जनप्रतिनिधि के साथ कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा के आवास पर पहुंचा था। उसने मंत्री से रोजगार के मुद्दे पर बात भी की थी। मंत्री ने हीरा के अपने आवास पर आने की पुष्टि की। बताया जाता है कि सतनाम भी इन दिनों पैरोल पर जेल से बाहर है। उसके भी एक अक्तूबर से सितारगंज में ही होने की जानकारी मिल रही है।
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