मकर संक्रांति पर्व की शुभकामनाएं
देते हुए पंडित पंकज कपिल ने बताया कि मकर संक्रांति का पर्व भगवान सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने पर मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है, पंडित पंकज कपिल ने बताया कि इस साल भगवान सूर्य का मकर राशि में प्रवेश 14 जनवरी की सांयकाल के बाद रात्रि के समय 8 बजकर 44 मिनट में होने से मकर संक्रांति का पुण्यकाल 15 जनवरी (1 गते) को ही मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाना शास्त्र सम्मत है।मकर संक्रांति का पर्व सभी जगह एक ही दिन मनाया जाता है।
(1गते) 15 जनवरी को घुघुते बनाकर 16 जनवरी (2 गते को) कौवें को खिलायेगे। मकर संक्रांति को दान , स्नान , जप , तप ,मंदिरों में पूजा अर्चना करना आदि को हमारे शास्त्रों में विशेष महत्व दिया गया है। कहा जाता है कि मकर संक्रांति के दिन दिया गया दान कई गुना फल लेकर वापस आता है। इसीलिए इस दिन लोग अधिक से अधिक दान पुण्य व धार्मिक कार्य करते हैं।
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