महायोगी पायलट बाबा के निधन, इस खबर से पूरे संत समाज और जूना अखाड़े में शोक की लहर फैला दी है।
श्री पंचदश नाम जूना अखाड़े के वरिष्ठतम महामंडलेश्वर महायोगी पायलट बाबा का मुंबई के एक अस्पताल में निधन हो गया है।
जूना अखाड़ा ने इस दुखद घटना पर तीन दिन का शोक घोषित किया है।
इस दौरान पायलट बाबा की आत्मा की शांति के लिए पूरे प्रदेश में स्थित जूना अखाड़े की शाखाओं, आश्रमों, और मुख्य पीठों पर शोक सभा और शांति पाठ का आयोजन किया जाएगा।
महंत हरी गिरी महाराज ने पायलट बाबा को श्रद्धांजलि देते हुए उनके जीवन और सेवा कार्यों की सराहना की।
सन्यास लेने से पहले पायलट बाबा भारतीय वायुसेना में पायलट के रूप में कार्यरत थे और उन्होंने 1962, 1965, और 1971 के युद्धों में भाग लिया था। सन्यास के बाद उन्होंने जूना अखाड़े की सेवा में अपना जीवन समर्पित कर दिया।
उनकी अंतिम इच्छा के अनुसार, उन्हें उत्तराखंड की पावन भूमि में समाधि दी जाएगी। जूना अखाड़े के समस्त पदाधिकारी और वरिष्ठ संत इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे।
श्रद्धांजलि सभा में जूना अखाड़े के कई प्रमुख संतों ने भाग लिया और मां गंगा में श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
केशव चौहान हरिद्वार
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