-उत्तराखंड बनने के बाद पांचवी बार विधानसभा के लिए वोट डाल चुके यहां के ग्रामीण
मुक्तेश्वर। रामगढ़ ब्लॉक के चार गांव के लिए अब भी सड़क नहीं बन पाई है। ग्रामीण आज भी आठ किमी पैदल चलने को मजबूर हैं। उत्तराखंड बनने के बाद पाँच बार विधायक बनने के बाद भी लोग मूलभूत सुविधा से वंचित हैं। इसके बाद भी किसी ने भी गांव की सुध नहीं ली है। अब ग्रामीणों को एक बार नई सरकार से सड़क की उम्मीद जगने लगी है।
ब्लॉक के नेकाना, लोसज्ञानी, सतोली, रेतीखान में आज तक सड़क नहीं बन पाई है। क्षेत्र के लोग राज्य बनने के बाद पांचवां विधायक चुन चुके हैं, जबकि इसमें से दो बार विधायक राम सिंह कैड़ा चुने गए है। रामगढ़ ब्लॉक मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर है। सबसे ज्यादा नेकाना ग्रामसभा के लोग हर रोज 8 किमी पैदल चलने को मजबूर हैं। जिससे लोगों को घरेलू सामग्री, बारात का सामान आदि को गाव तक पहुंचाने में काफी पैसा खर्च कर पहुंचना पड़ता है। गाँव की आबादी लगभग 1500 है। उसके बाद लोसज्ञानी ग्रामसभा में 5 किमी खड़ी चढ़ाई पार कर लोग घर तक पहुँचते है। ग्रामीणों ने शासन प्रशासन विधायक को कई बार सड़क बनाने की मांग की है। गाव में लगभग 1250 के करीब ग्रामीण रहते है, ग्रामीण फल सब्जी उगाकर घर चलाते हैं। लेकिन सड़क नही होने से लोग खेती कम करने लगे हैं। सतोली ग्रामसभा का भी यही हाल हैं यहां भी ग्रामीण सड़क स्व 3 किमि गाव तक पैदल जाते हैं। लगभग एक हजार से अधिक जनसंख्या वाला यह गाँव हर विधानसभा चुनाव के बाद विकास की आस लगाए बैठता है। लेकिन अब तक गाँव को पूरी तरह सड़क नही मिल पाई है। ग्रामीण मुल्क राज ने बताया कि वह एम एस सी करने के बाद गांव में ही है। गांव में कृषि, पशुपालन, की आपार संभावनाएं हैं, रोड नहीं होने से उचित दाम नहीं मिल पाते हैं। गाँव में
गर्भवती महिला को हॉस्पिटल तक पहुंचाने में गांव से एक घंटे से अधिक का समय लग जाता हैं इसलिए सरकार को जल्द रोड का निर्माण कार्य करना चाहिए। इसके अलावा झुतिया ग्रामसभा के रेतीखान में 4 किमी पैदल चलकर लोग सड़क तक आते हैं। यहां भी बीमार होने पर ग्रामीण को डोली या घोड़े का सहारा लेकर सड़क तक लाया जाता है।
ग्रामीणों की बातें
सड़क नहीं होने से मकान बनाने की समाग्री से लेकर बारात का सामान गांव तक दोगुने भाव में पहुंचता है। ग्रामीण हर बार के चुनाव में वोट देते हैं, लेकिन चुनाव के बाद कोई भी उनकी सुध नहीं लेता है।
मुल्क राज, ग्रामीण सतोली रामगढ़
बीमार बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं को सड़क तक लाने में खासी परेशानी होती है। गाँव मे 15 सौ लोग रहते हैं। बच्चों को स्कूल 5 किमी दूर जाना पड़ता है। ग्रामीण फल सब्जी उगाकर घर चलाने को मजबूर हैं। उस पर भी उत्पादन का आधा हिस्सा सड़क नही होने स्व खराब हो जाता है।
दीपा नेगी, ग्राम प्रधान, नेकाना रामगढ़
सड़क से 5 किमी खड़ी चढ़ाई है। मरीज को डोली में लाया जाता है। खच्चरों का किराया भी 150 रु है। गांव में 1250 लोग रहते हैं। सड़क नही बनने से बच्चों का भविष्य भी खराब होता है। नए विधायक से जल्द सड़क की मांग है।
गीता देवी, ग्राम प्रधान, लोसज्ञानी
रेतीखान से गांव से कई लोग पलायन कर गए हैं। जो लोग हैं वह खेती पर निर्भर है। सड़क के आभाव में फल सब्ज़ी हर साल खराब होती है। इस बार नई विधानसभा सरकार ही सड़क पहुँचाएगी विश्वास है।
धीरज कुमार शर्मा, ग्रामीण रेतीखान रामगढ़
विधायक की बात
रामगढ़ में सड़क के लिए स्टीमेट तैयार कर पूर्व में भेजा गया था। प्रथम चरण की सैदान्तिक स्वीकृति मिल गई है। जल्द विधिवत मिलते ही कार्य किया जाएगा। शाशन व फसरेस्ट से सेदन्तिक स्वीकृति मिली है। सभी जगह के लिए विधिवत स्वीकृति मिलते ही कार्य किया जाएगा।
राम सिंह कैड़ा, विधायक भीमताल
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