- प्राधिकरण के सील करने के बाद भी दबंगई से चल रहा निर्माण कार्य
भवाली। नगर के श्यामखेत क्षेत्र में इन दिनों नियमों को दरकिनार कर तेजी से निर्माण कार्य किया जा रहा है। कही पेड़ो के बीच से पत्थरों की दीवार बना दी गई है। तो कही 10 से 15 फ़ीट ऊंची पत्थरों की दीवार लगाकर पर्यावरण को नुकसान पहुँचाया जा रहा है। क्षेत्र में बिना अनुमति और निर्धारित मानकों के विपरीत किए जा रहे निर्माणों पर न तो प्रशासन की नज़र पड़ रही है और न ही संबंधित विभाग कोई कार्रवाई करता दिख रहा है।
भाजपा युवा मोर्चा अध्यक्ष शिवेन्द्र काण्डपाल ने कहा कि जिम्मेदार अधिकारी मौके पर नहीं पहुंच रहे, जिससे अवैध निर्माण को बढ़ावा मिल रहा है। पर्वतीय भूगर्भीय संरचना के लिहाज़ से संवेदनशील इस इलाके में इस तरह का अनियंत्रित निर्माण भविष्य में बड़े हादसों को दावत दे सकता है। विभागीय अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं। वहीं नियमों की अनदेखी कर निर्माण कर रहे लोग बेखौफ़ होकर कार्य जारी रखे हुए हैं। लोगो का कहना है कि निर्माणों पर तत्काल रोक लगाई जाए, मौके का निरीक्षण कर नियम विरुद्ध निर्माणकर्ताओं पर सख्त कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में होने वाले संभावित नुकसान को रोका जा सके। पर्यावरणविद डॉ अजय सिंह रावत ने बताया कि श्यामखेत में बड़ी बड़ी इमारतों व दीवारों को लगाने से भविष्य में पर्यवरण को खतरा है। पहाड़ो को नुकसान पहुँचाकर बिल्डिंगों को खड़ा किया जा रहा है। श्यामखेत क्षेत्र में भर वहन क्षमता समाप्त हो गई है।भविष्य में भूस्खलन आने का खतरा बढ़ रहा है।
कोट…
भवाली श्यामखेत क्षेत्र की भार वहन क्षमता समाप्त हो चुकी है। कहा कि लगातार अवैध निर्माण बड़ी बड़ी दीवारों को लगाने से भविष्य में भूस्खलन का खतरा बढ़ सकता है। नए निर्माण होने से पर्यावरण को भी नुकसान होना तय है।
पर्यावरणविद, डॉ अजय सिंह रावत
जहाँ सील तोड़ी जाती है वहा फिर सील लगाकर एफआईआर की कार्रवाई की जाती है। जब तक केस नही निपटेगा तब तक सील नही खोली जाती। अगर ऐसा है तो कार्रवाई की जाएगी।
प्राधिकरण सचिव, विजय नाथ शुक्ला
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