Category: धर्म-संस्कृति

मुख्यमंत्री ने कन्या पूजन के प्रदेश की सुख सम्रद्धि का आशीर्वाद मांगा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को शारदीय नवरात्र की नवमी के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री आवास में विधि विधान से कन्या पूजन किया । उन्होंने नौ दुर्गा की प्रतीक….

भवाली के गणेश पर्दे के पीछे रहकर 20 सालों से निभा रहे भूमिका

-सुंदर भगवान बनाकर जनता को करा रहे दर्शन भवाली। नगर के गणेश पंत पिछले 20 सालों से रामलीला में पर्दे के पीछे रहकर अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। भगवान….

दशहरा त्यौहार मनाये जाने पर हुयी चर्चा

भवाली,कोतवाली भवाली में मिटिग रखी गयी जिसमें भवाली नगर के कोतवाल , टैक्सी यूनियन और व्यापारी मौजूद थे मीटिंग में दशहरा पर्व सौहार्द पूर्ण मनाने के लिए सहयोग व शान्ति….

राम यात्रा का किया गया स्वागत

भवाली,नवरात्रि के आठवे दिन देवी मंदिर भवाली मे माँ दुर्गा के महागौरी रूप का पूजन किया गया इस मौके पर पौराणिक देवी मंदिर भवाली देहरादून से भवाली पहुंची राम यात्रा….

भवाली रामलीला में सीता हरण रावण सूर्पनखा संवाद ने बाँधा समा

भवाली। नगर पालिका मैदान में आयोजित छठे दिन की रामलीला सूर्पनखा-रावण संवाद से शुरू हुई। जिसमे सूर्पनखा रावण को अपनी व्यथा सुनाती है। जिससे रावण क्रोधित हो उठता है। जिसके….

भवाली में कल से होगी रामलीला, बैठक में लिए निर्णय

भवाली। आदर्श रामलीला कमेटी की एक बैंठक रामलीला के सफल मंचन को लेकर ट्यूलिप होटल में की गई।बैठक को सम्बोधित करते हुवे रामलीला कमेटी के अध्यक्ष मोहन बिष्ट ने कहा….

पितृ पक्ष::कितने प्रकार के होते हैं श्राद्ध, किसके निमित्त किए जाते हैं, जानें

कधर्मसिंधु के अनुसार श्राद्ध के 96 अवसर बताए गए हैं। एक साल की 12 अमावस्याएं, चार पुणादि तिथियां, 14 मन्वादि तिथियां, 12 संक्रांतियां, 12 वैधृति योग, 12 व्यतिपात योग, 15….

भवाली एरो इंस्टीट्यूट में विश्वकर्मा पूजन पर विचार गोष्ठी का आयोजन

भवाली में रामगढ़ रोड़ स्थित एरो इंस्टीट्यूट में शिल्पकला कौशल में सर्वोच्च एवं सृष्टि के रचयिता भगवान विश्वकर्मा के जन्मोत्सव के अवसर पर पूजन एवं विचार गोष्ठी का आयोजन किया….

पितृ पक्ष की महत्ता, पितृ, पितृलोक से मृत्यु लोक में अपने वंशजों से सूक्ष्म रूप में मिलने के लिए आते हैं,जानें

सनातन धर्म में श्राद्धकर्म या पितृ पक्ष की एक अलग ही महत्ता है। शास्त्रों के अनुसार आश्विन मास की कृष्ण प्रतिपदा से लेकर अमावस्या तक पितृ पक्ष मनाया जाता है।….

पितृ पक्ष:: श्राद्ध की परंपरा महर्षि निमि ने शुरू की

आश्विन मास के कृष्ण पक्ष में मनाए जाने वाले श्राद्ध हमारी सनातन परंपरा का हिस्सा हैं। त्रेता युग में सीता द्वारा दशरथ के पिंडदान की कथा बहुतों को मालूम ही….

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