Category: धर्म-संस्कृति

भवाली घोड़ाखाल तिराहे में दशहरे पर भव्य भंडारे का आयोजन

भवाली। नहर के घोड़ाखाल तिराहे में दशहरे पर भव्य भंडारे का आयोजन किया गया। सुबह से शाम तक 3 हजार से अधिक भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया। इस दौरान बंशीधर….

भवाली की रामलीला में सीता की खोज, मुख्य अतिथि रहे व्यापार मंडल अध्यक्ष नरेश पाण्डे

भवाली,रामलीला मैदान में सातवें दिन की रामलीला का मंचन किया गया। सातवें दिन रामलीला में हनुमानजी की आरती उतारी गई जिसमें हनुमान की भूमिका मनीष साह ने निभाई। रामलीला में….

रामगढ़ अमारी रिसॉर्ट शिव मंदिर में भव्य भंडारे का आयोजन

भवाली। रामगढ़ के अमारी रिसॉर्ट शिव मंदिर में नवमी को भव्य भंडारे का आयोजन हुआ। मंदिर मव पुजारी ने विधि विधान से पूजा अर्चना कर भगवान को भोग लगाया। जिसके….

मुख्यमंत्री ने कन्या पूजन के प्रदेश की सुख सम्रद्धि का आशीर्वाद मांगा

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को शारदीय नवरात्र की नवमी के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री आवास में विधि विधान से कन्या पूजन किया । उन्होंने नौ दुर्गा की प्रतीक….

भवाली के गणेश पर्दे के पीछे रहकर 20 सालों से निभा रहे भूमिका

-सुंदर भगवान बनाकर जनता को करा रहे दर्शन भवाली। नगर के गणेश पंत पिछले 20 सालों से रामलीला में पर्दे के पीछे रहकर अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। भगवान….

दशहरा त्यौहार मनाये जाने पर हुयी चर्चा

भवाली,कोतवाली भवाली में मिटिग रखी गयी जिसमें भवाली नगर के कोतवाल , टैक्सी यूनियन और व्यापारी मौजूद थे मीटिंग में दशहरा पर्व सौहार्द पूर्ण मनाने के लिए सहयोग व शान्ति….

राम यात्रा का किया गया स्वागत

भवाली,नवरात्रि के आठवे दिन देवी मंदिर भवाली मे माँ दुर्गा के महागौरी रूप का पूजन किया गया इस मौके पर पौराणिक देवी मंदिर भवाली देहरादून से भवाली पहुंची राम यात्रा….

भवाली रामलीला में सीता हरण रावण सूर्पनखा संवाद ने बाँधा समा

भवाली। नगर पालिका मैदान में आयोजित छठे दिन की रामलीला सूर्पनखा-रावण संवाद से शुरू हुई। जिसमे सूर्पनखा रावण को अपनी व्यथा सुनाती है। जिससे रावण क्रोधित हो उठता है। जिसके….

भवाली में कल से होगी रामलीला, बैठक में लिए निर्णय

भवाली। आदर्श रामलीला कमेटी की एक बैंठक रामलीला के सफल मंचन को लेकर ट्यूलिप होटल में की गई।बैठक को सम्बोधित करते हुवे रामलीला कमेटी के अध्यक्ष मोहन बिष्ट ने कहा….

पितृ पक्ष::कितने प्रकार के होते हैं श्राद्ध, किसके निमित्त किए जाते हैं, जानें

कधर्मसिंधु के अनुसार श्राद्ध के 96 अवसर बताए गए हैं। एक साल की 12 अमावस्याएं, चार पुणादि तिथियां, 14 मन्वादि तिथियां, 12 संक्रांतियां, 12 वैधृति योग, 12 व्यतिपात योग, 15….

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