परिवहन निगम की काठगोदाम डिपो स्थित वर्कशॉप का मंडलायुक्त दीपक रावत ने शुक्रवार दोपहर निरीक्षण किया। हाजिरी रजिस्टर लाने में पांच मिनट से ज्यादा समय लगने पर उन्होंने सभी की हाजिरी चेक की। इस दौरान नौ मैकेनिक ड्यूटी से गैरहाजिर मिले। इस पर आयुक्त ने आरएम को बायोमैट्रिक हाजिरी सख्ती से शुरू कराने के निर्देश दिए।
मंडलायुक्त रावत शुक्रवार दोपहर काठगोदाम में 67 करोड़ रुपये की लागत से बन रहे हिल डिपो परिसर का निरीक्षण करने पहुंचे थे। हिल डिपो का नक्शा देखने के दौरान इंजीनियरों ने आयुक्त को बताया कि यहां पर बेसमेंट में 200 कार और भूतल पर 72 बसों की पार्किंग बन रही है। प्रथम तल पर कार्यालय बनाए जाएंगे। उनसे खुदाई में निकल रहे पत्थर और मलबे के संबंध में भी जानकारी ली गई। आयुक्त ने कहा कि हिल डिपो सितंबर 2025 तक तैयार होना था लेकिन अब यह कार्य दिसंबर 2025 में पूरा होगा। कहा कि हिल डिपो से नैनीताल रोपवे की भी शुरुआत होनी है। काठगोदाम डिपो में उपस्थिति पंजिका के अलावा आयुक्त ने स्टॉक रजिस्टर, स्टोर, रिकॉर्ड, कैश रूम, डीजल रिकॉर्ड, बसों की आवाजाही का रिकॉर्ड आदि भी चेक किया। उन्होंने कर्मचारियों के लिए शौचालय को जल्द तैयार करने के निर्देश भी दिए। कार्यशाला में खराब खड़ी दिखाई दीं चार बसों के संबंध में भी आयुक्त ने जानकारी ली।आयुक्त के हाजिरी रजिस्टर जांचने पर दो शिफ्ट में 24 कार्मिकों की उपस्थिति लगी मिली। पांच लोगों की शिफ्ट खत्म हो गई थी, जबकि 19 लोग कार्यरत थे। मौके पर सभी को बुलाकर हाजिरी लगाने पर 15 ही मौजूद मिले, तो गैर मौजूद मैकेनिकों के बारे में निगम के अधिकारी लंच पर जाने की बात करते नजर आए। निरीक्षण के दौरान एसडीएम परितोष वर्मा, तहसीलदार सचिन कुमार, निर्माण कंपनी की एसई मृदुला, आरएम पूजा जोशी, एआरएम विमला रौतेला, एसएम टीका राम, एसएसआई डीएन जोशी आदि रहे।
लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -
👉 वॉट्स्ऐप पर हमारे समाचार ग्रुप से जुड़ें