15 जून को कैंची धाम पहुँचने के लिए श्रद्धालुओं को उठानी होगी परेशानी

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-जगह जगह सड़क टूटने से जाम की समस्या बढ़ाएगी मुश्किले

-15 जून स्थापना दिवस पर वाहनों की पार्किंग प्रशासन के लिए बनेगी चुनोती

-कैंची में आई आपदा के बाद से जगह जगह सड़क टूटने से बढ़ेंगी मुश्किलें

भवाली। कैंची धाम15 जून स्थापना दिवस के लिए श्रद्धालुओं में खुशी की लहर है। फेसबुक, व्हाट्सएप में लोग इस बार कैंची महोत्सव में आने की चर्चा कर रहे हैं। धाम में देश विदेश से लाखों भक्त नीम करौली महाराज के दर्शन करने हर वर्ष आते थे। लेकिन कोरोना काल व कैची मे आठ महीने पहले आई आपदा के जख्म अभी भरे नही है। कैचीधाम से भवाली व गरमपानी तक जगह जगह सड़के टूटी है। सरकार जिला प्रशासन ने अभी तक मेले के लिए कोई तैयारी नही की है। जिससे इस बार बाबा के दर्शन करना श्रद्धालुओं के लिए परेशानी होगा। निगलाट व गरमपानी में कई जगह एक छोर के वाहनों को रोककर दूसरे छोर से वाहनों को भेजना पड़ रहा है। जिससे प्रशासन की विश्वख्यात कैची स्थापना दिवस की तैयारी को लेकर कार्य साफ नजर आ रहा है।

पार्किंग नही होने से 15 जून को स्थापना दिवस पर प्रशासन के लिए बनेगा चुनोती

कैंची धाम विश्वविख्यात होने के साथ लोगों में नीब करौली महाराज के प्रति आस्था बढ़ने लगी है। मई के पहले मंगलवार को ही हजारों भक्तों के आने से सड़क एक एक ओर वाहनों को पार्किंग के लिए खड़ा किया गया। एक किमी तक वाहनों की कतार रही। दूसरी तरफ सड़क में चल रहे दोनों छोरो से वाहनों के लिए जगह नही होने से पुलिस के लिए जाम खुलवाना सर दर्द बना रहा।

प्रशासन ने पार्किंग बनाने को की है जगह चिन्हित

जल्द जिला प्रशासन सरकार के आदेशों को अमल में लाते हुवे जाम के निजात से बचने को पार्किंग बनाने जा रहा है। पार्किंग व अन्य सौन्दर्यकरण के लिए सरकार ने बजट तैयार किया है। स्थापना दिवस के बाद चिन्हित स्थान पर पार्किंग बनाने का काम शुरू किया जाएगा। जिसके बाद श्रद्धालुओं को वाहनों को पार्किंग की सुविधा मिल सकेगी।

कैंची से भवाली तक आपदा में टूटी दीवार सड़क भी बढ़ाएंगी मुश्किलें

आपदा में नेशनल हाइवे कैंची से निगलाट तक जगह जगह सड़क दीवार टूटने से वाहनों के लिए मुसीबत बना हुआ है। चार महीनों से अधिक समय होने के बावजूद सड़क दुरुस्त नही की गई है। सोमवार देर रात निगलाट में संकरी सड़क होने से वहां दुर्घटना ग्रस्त हो गया था। इन हालातों में प्रशासन के लिए ट्रैफिक प्लान बनाना मुसीबत साबित होगा।

आपदा में टूटे पैदल रास्ते नही सुधरे

स्थापना दिवस में भवाली या कैची से पहले ही वाहनों को रोक लिया जाता है। जिससे श्रद्धलु करीब 2 से 3 किमी यात्रा पैदल चलकर जाता है। मंदिर से 2 किमी तक लोग लाइनों में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करते हैं। लेकिन आपदा में टूटे रास्तो को अब तक नही खोलने से भक्तो के लिए हो सकती है।

स्थापना दिवस में देश विदेश से आते हैं लाखों भक्त

दो साल बाद मेला होने पर देश विदेश से लोगो के आने की सूचना आने लगी है। महीने भर पहले ही लोग स्थानीय होटलो में आने की सूचना दे रहे हैं। इन हालातों में प्रशासन को मुस्तैदी दिखाते हुवे सड़को व टूटे रास्तो को खुलवाकर व्यवस्था ठीक करनी चाहिए। जिससे स्थितियों को संभाला जा सके।

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