नैनीताल, देहरादून। चम्पावत उपचुनाव का बिगुल फूंकते ही विपक्ष अपनी बात कहने लगा है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का कहना है कि उत्तराखंड की राजनीति में दिशाहीनता की वजह से राज्य 22 सालों में भी वयस्क नहीं हो सका है। विधानसभा में कोई जनप्रतिनिधि लम्बी चर्चा करना ही नहीं चाहता। अपने कार्यकाल में उन्होंने अनेक बार शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्राम्य विकास, प्राकृतिक संसाधनों के मसले को विषय रुप में रखा लेकिन दूसरे दलों ने सदन से पल्ला झाड़ने में रुचि दिखाई। राजपुर रोड स्थित होटल केज वाइ प्रीमा में राजनीतिक विश्लेषक पत्रकार राशिद किदवई किताब लीडर्स पॉलीटिशियंस सिटीजन का विमोचन करते हुए हरीश रावत ने कहा कि उत्तराखंड की राजनीति में दिशाहीनता का दौर लम्बा हो गया है। 22 सालों में भी राज्य न अपनी राजधानी मसले को सुलझा पाया है। न ही अपनी अर्थव्यवस्था का आधार बिंदु किसे बनाना है।
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