दिल्ली धमाके में इस्तेमाल हुई कार को चलाने वाले डॉ. उमर नबी ने छह दिसंबर को बाबरी में विवादित ढांचा गिराए जाने की बरसी पर धमाके की योजना बनाई थी। फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल में गिरफ्तार आठ लोगों से पूछताछ के बाद जांच अधिकारियों ने ये कड़ी जोड़ी है। इससे पहले इन लोगों ने इसी साल 26 जनवरी को लालकिले को निशाना बनाने की साजिश रची थी जिसमें वे नाकाम हो गए।
जांच में खुलासा हुआ कि डॉ. मुजम्मिल और डॉ. उमर धमाके से पहले कई बार रेकी के लिए दिल्ली आए थे। तफ्तीश में यह बात सामने आ रही है कि यह रेकी डॉ. मुजम्मिल की कार से की गई थी। यह कार लाल किला के पास से गुजरी थी। मुजम्मिल के फोन का डंप डाटा खंगाला गया तो उसमें पता चला कि वह कई बार लाल किले के पास आया था।
तीन सौ किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट की तलाश : जांच में खुलासा हुआ है कि मॉड्यूल के पास कुल 3200 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट की खेप पहुंचाई गई थी, लेकिन एजेंसियां अब तक सिर्फ 2900 किलो ही बरामद कर पाई हैं। बाकी के 300 किलो विस्फोटक का सुराग नहीं मिल पाया है।
मौलवी गिरफ्तार : जम्मू- कश्मीर पुलिस ने बुधवार को हरियाणा के मेवात से मौलवी को गिरफ्तार किया। पुलिस ने उसके घर से 2500 किलो विस्फोटक बरामद किया था। यूपी एटीएस ने कानपुर के एक डॉक्टर को भी हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि धमाके वाले दिन इस डॉक्टर की डॉ. शाहीन के संपर्क में रहने वालों से बात हुई थी।
जांच अधिकारियों के अनुसार टेलीग्राम ऐप से फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल जैश-ए- मोहम्मद के संपर्क में था। अधिकारियों का मानना है कि गिरफ्तार किए गए संदिग्ध वर्ष 2008 में मुंबई में किए गए हमले जैसी योजना के फिराक में थे।
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