पहाड़ में यात्रियों की सुरक्षा से खिलवाड़ जारी है। ताजा मामला भी सल्ट से ही सामने आया है। यहां रविवार सुबह भीताकोट से रामनगर जा रही निजी कंपनी की बस का पिछला पहिया ही निकल गया। गनीमत रही कि बस दूसरे पहिए के सहारे अटक गई। नहीं तो एक और बड़ा हादसा हो सकता था। वहीं, हादसे को लेकर स्थानीय स्तर के अधिकारी कुछ भी कहने से बचते नजर आए रविवार सुबह एक निजी कंपनी की बस यूए 12, 6820 भीताकोट से रामनगर जाने के लिए निकली थी। 28 सीटर बस में 25 यात्री सवार थे। सुबह करीब साढ़े नौ बजे देवायल-हनौला के बीच एकाएक बस का एक पिछला टायर निकल गया। इससे बस लहर खाने लगी। बस को लहराते देख यात्रियों में हड़कंप मच गया। खतरा भांपते हुए चालक ने ब्रेक लगा दिया। तब तक पहिया चक्के से निकलकर गहरी खाई में गिर चुका था। दूसरे पहिए के सहारे बस खड़ी हो गई। आनन-फानन बस में सवार यात्री नीचे उतर आए। यात्रियों के मुताबिक अगर सही समय पर बस नहीं रोकी होती तो एक और बड़ा हादसा हो सकता था। यात्रियों को दूसरी बस रामनगर भेजा गया।
निजी कंपनी की बस रोज भीताकोट-रामनगर के बीच आवाजाही करती है। ऑनलाइन के मुताबिक बस को 18 साल छह माह हो चुके हैं। 2022 और 23 में फिटनेस, बिना डीएल, टैक्स, नो पार्किंग में बस के चालान हो चुके हैं।
लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -
👉 वॉट्स्ऐप पर हमारे समाचार ग्रुप से जुड़ें