गोपेश्वर। आधी रात में कुंतरी लग्गा फाली गांव में आसमान से बरसी आफत ने सबकुछ तहस-नहस कर दिया। ग्रामीण कहते हैं कि बिजली कड़कने की जोरदार आवाज हुई और फिर बारिश के साथ सैलाब गांव के ऊपर आ गया। यहां लोगों को बचने का मौका तक नहीं मिला। शाम तक एक को सुरक्षित निकाल लिया है। परिवार और गांव वाले राहत टीमों के साथ अपनों की तलाश में जुटे हुए हैं।
पति के सामने मलबे में दब गई पत्नी: स्थानीय ग्रामीण दिलवर सिंह की पत्नी देवेश्वरी देवी भी मलबे में दबी हैं। वह बताते हैं, अचानक गर्जना के साथ भारी बारिश शुरू हुई। पहाड़ी से मलबा आने की आवाज सुनकर वह बाहर आए, जब देखा गांव ही दफन होने वाला है तो वह पत्नी देवेश्वरी को बचाने के लिए घर के अंदर जाने लगे, लेकिन उनकी आंखों के सामने मकान मलबे के नीचे दब गया और पत्नी भी उसी में समा गईं। इसी गांव में नरेंद्र सिंह भी मलबे में दब गए। इधर, सैंती कुंतरी गांव में 70 वर्षीय जगदम्बा प्रसाद व उनकी पत्नी भागा देवी मकान में दबे हुए हैं। धुर्मा गांव में 75 वर्षीय गुमान सिंह और 36 वर्षीय ममता मलबे में दबे हुए हैं। दिलवर ने रुंधे गले से बताया कि इस आपदा ने तो मेरा सबकुछ छीन लिया।
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