भवाली की शिप्रा नदी सरकारी दस्तावेजों में है नाला, एनजीटी प्रशासन ने खंगाले नक्शे

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  • एनजीटी व जिला प्रशासन ने बैठक कर लिया निरीक्षण

भवाली। बुधवार को नगर पॉलिका सभागार में एसडीएम मोनिका के नेतृत्व में राष्ट्रीय हरित अधिकरण एनजीटी के साथ बैठक कर क्षेत्र का निरीक्षण किया। समाजसेवी हेमंत गोनिया की शिप्रा नदी में गंदगी प्रदूषण को लेकर पूर्व में समस्या एनजीटी के सामने रखी गई थी। जिस पर पूर्व में टीम ने शिप्रा नदी से कई जगह शेंपल लेकर गंदगी करने वालो को नोटिस दिए थे। बुधवार को नगर पॉलिका में हुई बैठक में अधिकारियों ने एसडीएम व एनजीटी से शिप्रा नदी को लेकर पर चर्चा की।वही राजस्व नक्शे में नदी को देखा गया। काउंसल फॉर दा स्टेट ऑफ उत्तराखंड एंड एनजीटी दीपक बोरा ने बताया कि हेमंत गोनिया ने कहना था कि भवाली से शिप्रा नदी कैंची धाम होकर कोसी में मिलती है उंसमे गंदगी की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार का कहना है कि वहाँ पर सिर्फ नाला है कोई नदी नही है। वही कोसी में जा रहा है। देखा जा रहा है कि यह नदी है या नाला है। कहा कि वर्तमान में जिस तरह आबादी बढ़ रही है उसको लेकर प्लानिंग की जा रही है। एनजीटी जल्द फैसला सुनाएगी। एसडीएम मोनिका ने बताया कि फिलहाल सरकारी दस्तावेजों में भवाली में कही पर भी शिप्रा नदी नही दर्शाई गई है। आगे क्षेत्र का निरीक्षण किया जा रहा है। जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान एसडीएम मोनिका, तहसीलदार नेहा टम्टा, ईओ सुधीर कुमार, पटवारी रवि पाण्डे, इंद्र कपिल आदि रहे।

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