कैची धाम में अनुबंध के सात दिन पहले श्रद्धालुओं से लिया पार्किंग शुल्क,हाईकोर्ट में लेजाया जाएगा अवैध पर्ची काटने का मामला

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-हाईकोर्ट में लेजाया जाएगा अवैध पर्ची काटने का मामला

-100 से अधिक वाहन खड़े होते हैं पार्किंग में

भवाली। विश्वप्रसिद्ध कैंची धाम में श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुवे जिला प्रशासन ने 100 से अधिक वाहनों की अस्थाई पार्किंग की व्यवस्था की है। पार्किंग को स्थाई रूप देने के लिए तेजी से काम किया जा रहा है। फिलहाल श्रद्धालुओं को परेशानी ना हो इसके लिए वाहनों को पार्किंग में खड़ा किया जा रहा है। पर्यटन विभाग ने टेंडर प्रक्रिया के माध्यम से 1 अप्रैल से पार्किंग शुल्क निर्धारण किया है। बस से 200, वाणिज्य वाहन 150, चौपहिया वाहन 100 , दो पहिया वाहनों से 30 रुपये शुल्क लिया जाएगा। जो 24 घण्टे तक वैद्य रहेगा। लेकिन कैंची धाम में रविवार से ही पार्किंग शुल्क लेने से कई लोग आक्रोशित हो गए।
नैनीताल बार एसोसिएशन हाईकोर्ट उपाध्यक्ष प्रशांत जोशी ने बताया कि रविवार दोपहर 12 बजे वह अपनी कार स्व कैंची मंदिर दर्शन के लिए गए थे। अस्थाई पार्किंग में अवैध रूप से 118 रुपये का पार्किंग शुल्क मांगा गया। मना करने पर पर्ची काटने वाले व्यक्ति ने यह कहा कि 36 लाख का टेंडर है वसूली यही से होगी। शुल्क देना पड़ेगा। जिस पर मैंने शुल्क दे दिया। हर गाड़ी से पार्किंग शुल्क लिया जा रहा था। उन्होंने कहा कि निविदा प्रक्रिया के अनुसार 1 अप्रेल से शुल्क लिया जाना था, 7 दिन पहले से शुल्क लेना गलत है, जिलाधिकारी को शिकायत कर माननीय न्यायालय में मामले को ले जाया जाएगा।

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कोट….

एक दो जगह से ऐसी सूचना आई है, 1 तारीख से अनुबंध हुआ था। विभागीय स्तर से स्पष्टीकरण किया जाएगा। उसके बाद कार्रवाई की जाएगी। 1 तारीख से काम करना चाहिए था।

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बृजेन्द्र पाण्डे, जिला पर्यटन अधिकारी

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