नगर में ठाकुर उदय सिंह माहरा की स्मृति में बनाया गया करीब 73 वर्ष पुराने नगर पालिका हाल के नवीनीकरण की सूचना से सभासद विरोध में उतर आए हैं।
सभासदों का कहना है कि यह यह प्राचीन धरोहर है। छत की चादर बदलकर भवन को यथावत रहने दिया जाए। अगर इसके स्वरूप को बदलने की कोशिश की गई तो वे चुप नहीं रहेंगे। शुक्रवार को सभासदों के एक शिष्टमंडल ने डीएम को ज्ञापन दिया। इस दौरान सभासद अनिल माहरा ने कहा 13मार्च को एक निविदा जारी हुई है। जिसमें नगरपालिका भवन के निर्माण कार्य के प्रथम चरण के लिए आगणन तैयार होना है।
माहरा ने कहा कि वर्तमान में नगरपालिका हॉल के तौर पर उपयोग में लाया जा रहा भवन पुस्तकालय के लिए बनाया गया। वर्ष 1950 में पति ठाकुर उदय सिंह माहरा के निधन के बाद पार्वती देवी ने इस पुस्तकालय भवन का तकरीबन 15हजार विक्टोरिया छाप से निर्माण कराया। इसके संचालन की जिम्मेदारी तत्कालीन टाउन एरिया कमेटी के चेयरमैन को दी गई। लीज पट्टे में स्पष्ट तौर पर लिखा गया है कि उक्त भवन का उपयोग अन्य किसी कार्य के लिए न किया जाए। भवन न तो सरकार की संपत्ति है और न ही नगरपालिका की। ऐसे में पुस्तकालय भवन का नवीनीकरण करना गलत है। उन्होंने डीएम से वहां पर किसी भी तरह के निर्माण को न करने की मांग की है।
ज्ञापन देने वालों में रविंद्र सिंह बिष्ट, सरस्वती मखौलिया, अनिल जोशी, हेमा साही, भावना नगरकोटी, राधिका लुंठी, कमल कुमार पांडेय, राधा सूंठा, बसंत कुमार, ललित मोहन पुनेड़ा, दिनेश कापड़ी, किशन खड़ायत, दीपा राणा, कोमल वाल्मीकि, दिनेश सौन, महेश पांडेय, नीरज कुमार, बिजेंद्र सिंह महर शामिल रहे।
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