ने बच्चों को चपेट में ले लिया है, जिससे हड़कंप मच गया है। अस्पतालों के बाहर लंबी-लंबी लाइनें लगी हैं। कोरोना महामारी के भी चीन से फैलने की वजह से पूरी दुनिया इस बार भी अलर्ट मोड में है। यह बीमारी माइकोप्लाज्मा निमोनिया और इन्फ्लूएंजा फ्लू हैं। चीन की इस बीमारी पर भारत के डॉक्टर्स की भी करीब से नजर है। राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. अजय शुक्ला ने लोगों को सावधान रहने, साफ-सफाई करते रहने की सलाह दी है। इस तरह की बीमारियों से निपटने के एक्सपर्ट डॉक्टर ने कहा है कि यदि कोई सांस से संबंधित बीमारी से पीड़ित है तो उससे सावधान रहें और उचित दूरी बनाए रखें।एनडीटीवी के अनुसार, डॉ शुक्ला ने कहा, “मैं बस लोगों को सावधान रहने की सलाह दूंगा। साफ-सफाई की नियमित प्रथाओं का पालन करें और यदि आपको लगता है कि कोई है जिसे यह सांस संबंधी बीमारी या संक्रमण है तो दूसरों से दूरी बनाए रखने की कोशिश करें।” उन्होंने आगे कहा कि चूंकि इस समय प्रदूषण भी हो रहा है और ऐसे में हमें मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए। एन95 और एन99 मास्क का इस्तेमाल कर सकते हैं। अपने हाथों को धुलें और सुरक्षित रहें।
बच्चों में सावधानी बरतने के बारे में बात करते हुए डॉ. शुक्ला ने कहा, “अगर बच्चे स्कूल जा रहे हैं तो इस बात का विशेष ध्यान रखें कि उन्हें खांसी, जुकाम, बुखार या अन्य कोई लक्षण तो नहीं है, उनसे बात करें और पूछें कि क्या उनकी कक्षा में कोई बच्चा इस बीमारी से पीड़ित है। यदि ऐसा होता है, तो स्कूल शिक्षक को इसके बारे में बताएं और यदि आपका बच्चा बीमार है तो उसे स्कूल न भेजें।” डॉ. शुक्ला ने आगे कहा कि सांस की बीमारियों के साथ अस्पतालों में जाने वाले छोटे बच्चों की संख्या में वृद्धि ने चीन में स्थिति को अस्त-व्यस्त कर दिया है।
लेटैस्ट न्यूज़ अपडेट पाने हेतु -
👉 वॉट्स्ऐप पर हमारे समाचार ग्रुप से जुड़ें