टांडा के जंगल में युवक का शव मिला था। इस मामले में पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि 50 हजार रुपये की उधारी नहीं देने पर युवक की हत्या कर दी गई। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। एसएसपी ने आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को 2500 रुपये के ईनाम की घोषणा की है।
बुधवार को एसएसपी कार्यालय में एसपी क्राइम चंद्रशेखर घोड़के और एसपी सिटी मनोज कत्याल ने हत्याकांड का खुलाया किया। उन्होंने बताया कि 24 अगस्त को टांडा के जंगल में एक अज्ञात व्यक्ति का शव खराब हालत में मिला था। शव पर चाकू के निशान थे। इस पर हत्या की आशंका जताते हुए एसएसपी ने चार टीमों का गठन किए। 28 अगस्त को मृतक की पहचान गांव सतलूंगा थाना मुक्तेश्वर निवासी युसू उर्फ यशवंत गौड़ के रूप में हुई। मृतक के भाई कमल सिंह गौड़ पुत्र हरक सिंह ने थाना पंतनगर में तहरीर दी। इसके आधार पर तीन आरोपी भटेलिया थाना मुक्तेश्वर निवासी गौरव सिंह पुत्र हिम्मत सिंह बिष्ट, संजय बिष्ट उर्फ संजू पुत्र हिम्मत सिंह बिष्ट और सदबूंगा, थाना मुक्तेश्वर निवासी मुदित हर्ष गौड़ पुत्र प्रकाश गौड़ पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। मंगलवार को पुलिस ने तीनों आरोपियों को हत्या में प्रयुक्त की गई कार के साथ टांडा जंगल से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में गौरव बिष्ट ने बताया कि मृतक युसू उर्फ यशवन्त गौड़ ने उसके 50 हजार रुपये देने थे, लेकिन यशवन्त गाली-गलौज कर रहा था।
यह बात उसके दिल को चुभ गई। इसके बाद युसू उर्फ यशवन्त गौड़ की हत्या कर शव को टांडा बैरियर चौकी से करीब आधा किमी. दूर सड़क किनारे फेंक दिया। वहीं पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त किया गया चाकू भी बरामद कर लिया है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
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