साहित्यकार लीलाधर मंडलोई देंगे महादेवी स्मृति व्याख्यान
कवयित्री महादेवी वर्मा के 116वें जन्मदिन के अवसर पर कुमाऊँ विश्वविद्यालय की रामगढ़ स्थित सृजन पीठ द्वारा 26 मार्च को महादेवी स्मृति व्याख्यान तथा कविता-पाठ का आयोजन किया जा रहा है। महादेवी वर्मा स्मृति व्याख्यान सृजन पीठ की वार्षिक व्याख्यानमाला है जिसके अंतर्गत राष्ट्रीय- अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्यातिप्राप्त वरिष्ठ साहित्यकार को व्याख्यान के लिए आमंत्रित किया जाता है। इस बार यह व्याख्यान सुप्रसिद्ध साहित्यकार लीलाधर मंडलोई 'मुक्तिबोध की समकालीनता' विषय पर देंगे। वे भारतीय ज्ञानपीठ के निदेशक, दूरदर्शन और आकाशवाणी के महानिदेशक के अलावा प्रसार भारती बोर्ड के सदस्य भी रह चुके हैं।
लीलाधर मंडलोई मूलतः कवि हैं। उनकी कविताओं में छत्तीसगढ़ अंचल की बोली की मिठास और वहाँ के जनजीवन का सजीव चित्रण है। उन्होंने विभिन्न विधाओं में 20 से अधिक पुस्तकों का लेखन-सम्पादन किया है। कविता, लोककथा, यात्रा वृतांत, डायरी, मीडिया, रिपोर्ताज, आलोचना, कथेत्तर गद्य जैसी अनेक विधाओं में उन्होंने सार्थक और सकारात्मक लेखन किया है। अनेक भारतीय एवं विदेशी भाषाओं में उनकी रचनाओं का अनुवाद हो चुका है। उन्होंने चेखव की कथा पर फिल्म और प्रख्यात कथाकार ज्ञानरंजन पर वृत्तचित्र का निर्देशन किया है। साथ ही उनकी अमूर्त छायाचित्रों की तीन राष्ट्रीय एकल प्रदर्शनियाँ आयोजित हुई हैं। लीलाधर मंडलोई साहित्यिक योगदान के लिए अंतरराष्ट्रीय पुश्किन सम्मान, 'घर-घर घूमा' कविता संग्रह पर मध्य प्रदेश साहित्य परिषद के रामविलास शर्मा सम्मान, 'रात बिरात' कविता संग्रह पर म.प्र. साहित्य सम्मेलन के वागीश्वरी पुरस्कार, म.प्र. कला परिषद के रज़ा सम्मान, हिंदी अकादमी दिल्ली के शमशेर सम्मान सहित कबीर सम्मान, नागार्जुन सम्मान, साहित्यकार सम्मान, कृति सम्मान आदि से सम्मानित हैं।
इस अवसर पर युवा एवं वरिष्ठ कवियों का कविता-पाठ भी आयोजित किया जा रहा है। यह जानकारी महादेवी वर्मा सृजन पीठ के निदेशक प्रो. शिरीष कुमार मौर्य ने दी। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय, अल्मोड़ा के कुलपति प्रो. जगत सिंह बिष्ट तथा अध्यक्षता कुमाऊँ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एन.के. जोशी करेंगे।
पीठ के शोध अधिकारी मोहन सिंह रावत ने बताया कि अब तक प्रो. नामवर सिंह, प्रो. मैनेजर पाण्डेय. प्रो. केदारनाथ सिंह, प्रो. विश्वनाथ त्रिपाठी, अरूण कमल, मंगलेश डबराल, मृदुला गर्ग, प्रो. राजेन्द्र कुमार और हरीश चन्द्र पाण्डे द्वारा महादेवी वर्मा स्मृति व्याख्यान दिए जा चुके हैं। लीलाधर मंडलोई का इस श्रंखला का दसवाँ स्मृति व्याख्यान है। कार्यक्रम के आयोजन में 'अनुनाद' ई-पत्रिका और हिंदी एवं अन्य भारतीय भाषा विभाग, डी.एस.बी. परिसर द्वारा सहयोग किया जा रहा है।
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