गरमपानी- कोसी नदी के तेज बहाव में आज एक जलती हुवी चिता बह गई, जिसमे बाजार के लोगो के साथ काफी देर तलाश के बाद भी नही ढूंढा जा सका,
ताजा मामला खैरना गरमपानी के शिप्रा और कोसी नदी के संगम का है जिसमे रविवार की सुबह 9 बजे खैरना निवासी पूरन चंद्र ढौड़ियाल को मुक्तिधाम में अंत्येष्टि के लिए लाया गया था जिनकी मृत्यु शनिवार को हुवी थी, वही जैसे ही शव को चिता पर रखा गया एकाएक कोसी नदी उफान पर आने से शव पानी के वेग में बह गया। कोसी के उफान को देखते हुए मुक्ति धाम आए लोग आनन फानन में नदी से भागते हुए सुरक्षित जगह पर पहुंचे। वही शव काफी देर तक कोसी नदी के उफान पर बहती रही, काफी देर तलाश के बाद नदी किनारे अंत्येष्टि के लिए आए लोग वापस घर को लौटे गए, लोगो की माने तो कोसी बैराज से बिना किसी सूचना के भारी पानी छोड़ दिया गया जिससे एका एक पानी का स्तर बढ़ गया और बहाव काफी तेज हो गया, वही इससे पहले भी बैराज से बिना किसी सूचना के पानी छोड़ने की खबरे आती रही है, वही 2 साल पहले भी कोसी बैराज से पानी छोड़ने से जौरासी से 3 महिलाएँ बह गई थी, जिनको 3 दिन की तलाश के बाद खोजा जा सका था,
वही कोसी नदी के किनारे रह रहे लोगो ने कहा है कि जब भी बैराज से पानी छोड़ा जाता है तब किसी भी प्रकार की सूचना नही दी जाती है, वही सूचना ना मिलने से कई बड़े हादसे होने का खतरा बना रहता है, उन्होंने नदी तटों पर सायरन लगाने की मांग की है ।
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