भीमताल ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी में अर्न्तराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन

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भीमताल। ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी परिसर में स्कूल ऑफ मैनेजमैंट एवं ग्लोवेथिक्स डाट नेट इण्डिया के संयुक्त सहयोग द्वारा ‘ट्रान्सेडिंग द फन्टियर ऑफ मैनेजमेन्ट साइस टेक्नोलोजी’ (ICTF-2022) पर दिनांक 17 से 20 मई 2022 तक तीन दिवसीय लगातार द्वितीय अर्न्तराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। वक्ताओं ने कहा कि ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी परिसर रोजगारपरक एवं उपयोगी शिक्षा देने हेतु प्रतिबद्ध है। जिसके लिए वह समय-समय पर इस प्रकार की कार्यशालाओं व अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलनों का आयोजन करवाता रहता है।


कार्यक्रम का उद्घाटन ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी कुलाधिपति प्रो डॉ कमल घनशाला एवं कुलपति प्रो जे कुमार द्वारा किया गया। सत्र का शुभारम्भ परिसर के निदेशक प्रो डॉ एम सी लोहानी विभागाध्यक्ष मैनेजमेन्ट डॉ संतोषी सेन गुप्ता एवं प्रख्यात वक्ताओं के उद्घाटन भाषणो द्वारा किया गया। अपने सम्बोधन में प्रो एमसी लोहानी न शोध के महत्व के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। प्रबन्धन विभाग की विभागाध्यक्षा प्रो० डॉ संतोषी सेन गुप्ता ने स्कूल प्रबन्धन का जिम्मेदार पेशेवरों के पोषण में इसके योगदान के बारे में जानकारी दी गई। प्रथम वक्ता के रूप मे डॉ अमित जोशी, विभागाध्यक्ष, प्रबन्धन विभाग, कुमाँऊ विश्वविद्यालय रहे। उन्होंने युद्ध सामाजिक एवं आर्थिक विकास को कैसे प्रभावित करने पर विस्तार पूर्वक चर्चा की। उन्होंने दो विचारधाराओं को स्पष्ट किया जहां एक तरफ उन्होंने युद्धों पर बहस की और दूसरी तरफ उन्होंने शांति में रहने के सार के बारे में भी बात की उन्होंने अपने भाषण के दौरान सभी श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रो० डॉ संजय धीर एसोसिएट प्रोफेसर प्रबन्धन विभाग, आईआईटी, नई दिल्ली थे, जिन्होंने भारतीय संदर्भ से नेतृत्व और जुगाड़ इनोवेशन पर अपनी जीवंत, दिलचस्प और प्रेरक बातचीत के साथ दर्शकों को संबोधित किया। उनकी बात पौराणिक कथाओं तथ्यों और इतिहास के आकड़ों वेदों और शास्त्रों के संदर्भोंों एवं भारत के हर कोने से उदाहरणों से समृद्ध थी।


सोहम प्रकाशन के निदेशक डॉ० विवेक शर्मा ने दर्शकों को संबोधित किया और व्यूका (VUCA world) दुनिया के बारे में चर्चा की। सम्मेलन में 100 से अधिक प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। जिसमें शिक्षाविद, शोधकर्ता एवं विभिन्न क्षेत्रों में विद्वान छात्र शामिल थे। अन्तराष्ट्रीय सम्मेलन के संयोजक डॉ पूनम ओझा एवं डॉ निधि भट्ट पंत थे।

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