पन्याली में दो पक्ष वर्षों से एक जमीन के टुकड़े के लिए लड़ते आ रहे थे। मामला प्रशासन तक पहुंचा तो सोमवार को संयुक्त मजिस्ट्रेट राहुल आनंद टीम के साथ विवाद सुलझाने पहुंच गए। जमीन की जांच की तो हर कोई हैरान हो गया। जिस जमीन का लंबे समय से विवाद चल रहा था, वह सरकारी निकली। अब प्रशासन ने भूमि से कब्जा हटाने के आदेश जारी कर दिए हैं।
हल्द्वानी स्टेट हाईवे पर पन्याली में भूमि को लेकर लंबे समय से कैंट कर्मी ईश्वर सिंह टनवाल और ग्रामीण चंद्रशेखर पांडेय के बीच विवाद चल रहा था। कुछ दिन पूर्व बेनाप और लोनिवि की भूमि पर अपना दावा जताकर एक पक्ष ने दूसरे पक्ष के खिलाफ संयुक्त मजिस्ट्रेट को शिकायती पत्र सौंप दिया। विवाद लगातार उग्र हो रहा था। सोमवार को अचानक पन्याली में दोनों पक्षों में विवाद बढ़ गया। विवाद ने हंगामे का रूप धारण कर लिया। मामले की गंभीरता को देखते हुए संयुक्त मजिस्ट्रेट छह उपराजस्व निरीक्षकों के साथ स्वयं मौके पर पहुंचे। समझाने पर भी कब्जेदार मानने को तैयार नहीं हुए। इस दौरान वहां लोनिवि के सहायक अभियंता अजय टम्टा भी टीम के साथ पहुंच गए। संयुक्त मजिस्ट्रेट ने विवादित भूमि की पैमाइस कराने के निर्देश दिए। नाप जोख में विवादित स्थल बेनाप निकला। इससे दोनों पक्ष हक्के-बक्के रह गए। प्रशासन ने दोनों कब्जेदारों को भूमि कब्जामुक्त करने के नोटिस दिए। दोनों पक्ष एक दूसरे का मुंह ताकते रह गए और भूमि प्रशासन ने कब्जे में करने की तैयारी शुरू कर दी।
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