-घर से दूर पुलिस कर्मियों ने वीडियो कॉल से की पूजा
भवाली। दिवाली पर्व को लेकर विभिन्न सरकारी विभागों में तैनात कर्मचारी छुट्टियों में अपने गांवों व घरों की तरफ निकल पड़े, जिससे रोशनी के इस पर्व की खुशियां वे अपने परिजनों के साथ मना सकें। लेकिन इस सब से दूर पुलिस कर्मियों के लिए पर्व को शांतिपूर्वक संपन्न कराना ही दिवाली पर्व रहा। अन्य सरकारी कर्मचारी जहां उत्साह से पर्व मना रहे हैं, वहीं इन दिनों पुलिस कर्मी डबल ड्यूटी कर रहे हैं। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि पुलिस कर्मियों की कड़ी मेहनत से ही जनता की दिवाली खुशहाली से मनती है। सोमवार महालक्ष्मी से पांच दिवसीय दीपोत्सव शुरू हो गया है। बाजार की रौनक देखने लायक है। देर रात तक बाजार खुल रहे हैं। चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी तैनात हैं। सुबह से देर रात तक पुलिस ड्यूटी कर रही है। आपके प्रिय अखबार हिन्दुस्तान ने पुलिस कर्मी दिवाली कैसे मनाते हैं, इसे जानने का प्रयास किया। एक एसआई ने बताया कि शहर की रखवाली में ही उनकी दीपावली है।
त्योहारी सीजन में बाजारों में भीड़ है। त्योहारी सीजन में बदमाश भी सक्रिय हो जाते हैं। ऐसे में पुलिस का पूरा फोकस रहता है कि किसी भी व्यक्ति के साथ कोई अप्रिय घटना न हो। कोई महिला बाजार आए तो उसके साथ छेड़छाड़ की घटना नहीं हो। पुलिसकर्मी इन दिनों करीब 12 से 13 घंटे तक ड्यूटी कर रहे हैं।
देर से घर पर करते हैं पूजा-अर्चना
भवाली। दिवाली में पुलिस कर्मियों के घर पूजा-अर्चना देर से होती है। पुलिस कर्मियों ने बताया कि बाजार बंद होने के बाद ही कुछ समय के लिए वे पूजन के लिए घर जाते हैं। पूजा- करके सीधे ड्यूटी पर वापस लौट आते हैं। रातभर जागना पड़ता है। आतिशबाजी के कारण आग लगने की आशंका बनी रहती है। जिन पुलिस कर्मियों के परिजन शहर से बाहर रहते हैं वे वीडियो कॉल पर पूजा करते हैं। अपने से बड़ों का आशीर्वाद लेते हैं।
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