कनखल थाना क्षेत्र के बैरागी कैंप में लाखों की सरकारी दवाइयों को जेसीबी से से गड्ढे में दबाने का मामला उजागर होते ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। बुधवार को स्वास्थ्य महानिदेशक और स्वास्थ्य निदेशक ने बैरागी कैंप का स्थलीय निरीक्षण किया।
इसके बाद जिले के आठों सामुदायिक केंद्र के दस्तावेज के साथ सामुदायिक केंद्र के प्रभारियों को सीएमओ कार्यालय बुलाया गया। अधिकारियों ने घंटों बंद कमरे में दस्तावेज संबंधी जानकारी जुटाई। वहीं, दवाइयों को दबाने में नगर निगम की जेसीबी का इस्तेमाल होने पर संबंधित चालक को निलंबित करने के आदेश दिए गए हैं। मंगलवार को जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय को फोन पर सूचना मिली थी कि किसी ने बैरागी कैंप में रात के समय दवाइयां भूमि में दबाई हैं।
डीएम ने एसडीएम पूरण सिंह राणा को मौके पर जाकर जांच करने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद एसडीएम ने जेसीबी के माध्यम से गड्ढे में दबाई गए दवाइयों के कई कट्टे बाहर निकाले थे। बुधवार को स्वास्थ्य महानिदेशक भारती राणा और स्वास्थ्य निदेशक सुनिता टम्टा हरिद्वार पहुंचीं।
इन अधिकारियों ने बैरागी कैंप का निरीक्षण किया, जिसके तुरंत बाद स्वास्थ्य महानिदेश और निदेशक ने सीएमओ कार्यालय का रुख किया। सीएमओ ऑफिस पहुंचकर जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खानपुर, लक्सर, बहादराबाद, इमलीखेड़ा, नारसन, ज्वालापुर, भगवानपुर, मंगलौर केंद्र के दस्तावेजों को खंगाला गया है। इस दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मियों से बंद कमरे में घंटों पूछताछ की गई।
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