लालकुआं से गूलरभोज के बीच रेल लाइन के इलेक्ट्रिफिकेशन कार्य के दौरान में भारी मात्रा में पेड़ों के अवैध कटान (पेड़ों की लॉपिंग) होने के चलते तराई केंद्रीय वन प्रभाग के डीएफओ ने बड़ी कार्रवाई की है। उन्होंने इस मामले में टांडा रेंज के रेंजर, डिप्टी रेंजर, वन दरोगा समेत छह वन कर्मियों को उनके मौजूदा पदों से हटा दिया है।
टांडा रेंज का वन सुरक्षा दल बनाकर इस सभी कार्मिकों को उसमें भेज दिया है। उधर, कुमाऊं के मुख्य वन संरक्षक ने पीके पात्रो के अनुसार इस मामले में विभागीय जांच बैठा दी है। रेलवे को भी हरे पेड़ों के कटान पर नोटिस भेजा गया है। तराई केंद्रीय वन प्रभाग क्षेत्र में पिछले 6 माह से रेलवे लाइन के इलेक्ट्रिफिकेशन का कार्य तेजी से चल रहा है, जिसमें रेलवे ने काशीपुर को जाने वाली रेल लाइन के किनारे स्थित हरे वृक्षों का कटान एवं छंटनी कर दी। टांडा रेंज के अंतर्गत रेल ट्रैक लगभग 18 किमी क्षेत्र से गुजरता है। सरकारी कार्य होने के बावजूद भारी संख्या में हरे पेड़ों के कटान को देखते हुए डीएफओ वैभव कुमार सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की।
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