बागेश्वर। जिलाधिकारी/ मेला संरक्षक अनुराधा पाल ने कहा कि उत्तरायणी मेले को भव्य रूप दिया जायेगा। इस हेतु उन्होंने बुधवार को मेलाध्यक्ष सुरेश खेतवाल, मेला अधिकारी हरगिरी व अन्य अधिकारियों के साथ मेला क्षेत्र सरयू बगड़, घाटों, नुमाइशखेत का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि पूस का माह चल रहा है ठंड बहुत है इसलिए सांस्कृतिक पूरा पंडाल वाटर पुरफ बनाया जाय। उन्होंने सांस्कृतिक पंडाल, विकास प्रर्दशनी, दुकानों का ले आउट प्लान देखा व चर्चा की। उन्होंने बागनाथ मंदिर घाट के सामने नदी पार दीवारों की सफाइ करने के साथ ही सफेदी कराने के निर्देश दिये व घाटों का भी सफाइ करने के साथ ही सौन्दर्यकरण करने को कहा। साथ ही सरयू- गोमती पर अस्थार्इ पुलों का निर्माण भी शीघ्रता से कराने के निर्देश अधिशासी अधिकारी को निरीक्षण के दौरान दिये। जिलाधिकारी ने कहा कि सरयू झूला पुल 100 वर्ष से अधिक का हो चुका है इसलिए मेला दौरान झूला पुल में आवागमन पूर्ण तरह प्रतिबंधित रहेगा।
निरीक्षण उपरांत मेला संरक्षण श्रीमती पाल ने नगरपालिका में बैठक लेते हुए कहा कि उत्तरायणी मेले को भव्य रूप दिया जायेगा। मेले में कुछ नया किया जाना है तो उसका प्रस्ताव बनाये, प्रशासन द्वारा पूर्ण सहयोग किया जायेगा। उन्होंने मेला समिति की बैठक लेते हुए कहा कि सभी समितियाँ अपनी-अपनी तैयारियाँ करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा इस बार सरयू घाट पर सायं भव्य आरती के साथ ही दीपोत्सव का आयोजन किया जायेगा, उसके उपरांत लेजर शो भी आयोजित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि मेला शुभारम्भ दिवस 14 जनवरी को भव्य, सुन्दर झॉकी का आयोजन होगा। उन्होंने उत्तरायणी मेले को सफल रूप से संचालित करने हेतु सभी से सहभागिता की अपील की।
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