द्रोपदी मुर्मू के राष्ट्रपति चुनी गई। ओडिशा में पार्षद के रूप में अपना सार्वजनिक जीवन शुरू करने वाली द्रौपदी मुर्मू देश की 15 वीं राष्ट्रपति चुनी गई हैं। वह इस सर्वोच्च संवैधानिक पद पर पहुंचने वाली पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी। मुर्मू 25 जुलाई को संसद के केंद्रीय कक्ष में पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी जीत पर खुशी जताई और घर जाकर उन्हें बधाई दी। विपक्ष के उम्मीदवार रहे यशवंत सिन्हा ने भी ट्वीट कर मुर्मू को शुभकामनाएं दीं हैं। संसद भवन में तीसरे दौर की मतगणना पूरी होने के बाद ही मुर्मू ने जीत के लिए 50 फीसदी से ज्यादा मत हासिल कर लिए थे। इसके साथ ही उनकी जीत सुनिश्चित हो गई और सरकार व विपक्ष के नेताओं ने उनको बधाइयां देनी शुरू कर दीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सबसे पहले मुर्मू के आवास पर पहुंचकर उनसे मुलाकात की। दोनों नेताओं ने लंबी चर्चा की।मुर्मू के पक्ष में काफी क्रास वोटिंग भी हुई है। विपक्षी खेमे के लगभग 17 सांसदों व 126 विधायकों ने मुर्मू के पक्ष में मतदान किया है। केरल के एक विधायक को छोड़कर सभी विधायकों ने सिन्हा को वोट दिया, जबकि मुर्मू को आंध्र प्रदेश से सभी मत मिले। आदिवासी व महिला होने के नाते विपक्ष की चुनावी धार पहले ही कमजोर पड़ गई थी। क्रॉस वोटिंग से उसकी एकजुटता पर भी असर पड़ा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी समेत कई नेताओं ने मुर्मू को जीत की बधाई दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ने इतिहास रच दिया है। पूर्वी भारत के एक सुदूर हिस्से में पैदा हुई एक आदिवासी समुदाय की बेटी को राष्ट्रपति चुना गया है। द्रौपदी मुर्मू को बधाई
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