एरीज 16 से 20 जून तक एनडीएसीसी-आईआरडब्ल्यूजी, टीसीसीओएन और सीओसीसीओएन समुदायों की वार्षिक बैठक में मेजबानी करेगा

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एरीज 16 से 20 जून, 2025 तक एनडीएसीसी-आईआरडब्ल्यूजी, टीसीसीओएन और सीओसीसीओएन समुदायों की वार्षिक बैठक की मेजबानी कर रहा है । यह प्रमुख कार्यक्रम वायुमंडलीय संरचना परिवर्तन का पता लगाने वाले नेटवर्क (एनडीएसीसी-आईआरडब्ल्यूजी), टोटल कार्बन कॉलम अवलोकन नेटवर्क (टीसीसीओएन) और कार्बन कॉलम अवलोकन नेटवर्क (सीओसीसीओएन) के इन्फ्रारेड वर्किंग ग्रुप से जुड़े भू-आधारित फूरियर ट्रांसफॉर्म इंफ्रारेड (एफटीआईआर) स्पेक्ट्रोस्कोपी में वैश्विक विशेषज्ञों और डेटा उपयोगकर्ताओं को एकजुट करता है, जो सभी वायुमंडलीय संरचना परिवर्तन की हमारी समझ को आगे बढ़ाने के लिए कार्यरत हैं।
एरीज के मनोरा परिसर में जलवायु परिवर्तन और वायु प्रदूषण विषय पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन इसरो के पूर्व अध्यक्ष श्री ए.एस. किरण कुमार जी ने किया। उन्होंने जलवायु परिवर्तन और वायु प्रदूषण के अध्ययन के लिए अंतरिक्ष आधारित प्लेटफार्मों के उपयोग पर जोर दिया। उन्होंने ऐसे महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर चर्चा के लिए वैश्विक विशेषज्ञों को एरीज में बुलाने के लिए किए गए प्रयासों की सराहना की।
एरीज के निदेशक डॉ. मनीष नजा ने इस तरह के अध्ययनों के लिए हिमालयी क्षेत्र के महत्व पर प्रकाश डाला, क्योंकि यहां जमीनी अवलोकन बहुत सीमित हैं और अंतरिक्ष आधारित अवलोकन इस क्षेत्र पर उपयोगी नहीं हैं।
बेल्जियम के डॉ. महेश शा ने बताया कि वैश्विक स्तर पर लगभग एफटीआईआर आधारित अवलोकन हैं और भारत में बहुत कम हैं, जिन्हें इस क्षेत्र में जलवायु परिवर्तन को बेहतर ढंग से समझने के लिए बढ़ाया जाना चाहिए। डॉ. निकोलस, ऑस्ट्रेलिया, डॉ. मैथियास, जर्मनी और डॉ. जिम, यूएसए जो एफटीआईआर अवलोकन के तीन वैश्विक नेटवर्क के अध्यक्ष हैं, ने बताया कि हिमालयी क्षेत्रों से अवलोकन ग्लोबल वार्मिंग का आकलन करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।
प्रतिभागी देश बेल्जियम,जापान,स्पेन,जर्मनी,फ्रांस,आस्ट्रेलिया,कनाडा,इथोपिया,मेक्सिको,स्वीडन आदि हैं| एरीज में कांफ्रेंस के संयोजक श्री मोहित जोशी एवं डॉ प्रियंका श्रीवास्तव हैं |

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